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आयुर्वेदिक डाइट की मदद से सिद्धू की पत्नी ने स्टेज 4 के कैंसर को हराया, आप भी जानें वो डाइट

नवजोत कौर सिद्धू की कहानी यह साबित करती है कि दृढ़ इच्छाशक्ति और सही डाइट के सहारे किसी भी बीमारी को हराया जा सकता है. आयुर्वेदिक डाइट न केवल कैंसर जैसी बीमारी के खिलाफ लड़ाई में मददगार है, बल्कि यह आपको स्वस्थ और ऊर्जावान जीवन जीने में भी सहायता करती है.

आयुर्वेदिक डाइट की मदद से सिद्धू की पत्नी ने स्टेज 4 के कैंसर को हराया, आप भी जानें वो डाइट
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Navjot Singh Sidhu
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 22 Nov 2024 9:40 PM

नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने स्टेज 4 इनवेसिव कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात देकर एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है. डॉक्टर्स की उम्मीदें छोड़ने के बावजूद नवजोत कौर ने आयुर्वेदिक डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव के सहारे यह लड़ाई जीती. उनके साहस, संयम और अनुशासन ने यह साबित कर दिया कि सही खान-पान और सकारात्मक सोच के साथ किसी भी चुनौती से पार पाया जा सकता है.

स्टेज 4 कैंसर और संघर्ष

नवजोत कौर सिद्धू को स्टेज 4 इनवेसिव कैंसर था, जिसमें ब्रेस्ट सर्जरी के साथ-साथ कई मुश्किल दौर से गुजरना पड़ा. डॉक्टरों ने तीसरी स्टेज पर ही उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन नवजोत ने हार नहीं मानी. उन्होंने अपनी दिनचर्या में बड़े बदलाव किए और आयुर्वेदिक डाइट को अपनाया. महज 40 दिनों के अंदर उन्होंने इस गंभीर बीमारी से छुटकारा पाया.

आयुर्वेदिक डाइट: नवजोत कौर का हथियार

नवजोत कौर ने अपनी डाइट में कई प्राकृतिक और आयुर्वेदिक चीजों को शामिल किया. यह न सिर्फ उनके शरीर को मजबूत करने में मददगार साबित हुआ बल्कि कैंसर सेल्स को खत्म करने में भी प्रभावी रहा. उनकी डाइट में शामिल मुख्य तत्व थे:

हल्दी और नींबू पानी: दिन की शुरुआत हल्दी और नींबू पानी से होती थी. हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कैंसर रोधी गुणों से भरपूर है.

खट्टी चीजें: आंवला, अनार और विटामिन सी युक्त फलों का सेवन किया. ये शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायक हैं.

नीम और तुलसी के पत्ते: रोजाना 10-12 नीम के पत्ते और तुलसी के सेवन से शरीर को डिटॉक्स किया.

एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स: अखरोट, चुकंदर, कद्दू और अन्य पौष्टिक सब्जियां उनकी डाइट का हिस्सा रहीं.

कोल्ड-प्रेस्ड तेल: खाना पकाने के लिए नारियल, मूंगफली और बादाम के तेल का इस्तेमाल किया.

फास्टिंग का जादू

नवजोत कौर और नवजोत सिंह सिद्धू ने इंटरमिटेंट फास्टिंग को अपनाया. उन्होंने शाम 6 बजे तक खाना खाकर अगले दिन सुबह 10 बजे नींबू पानी के साथ दिन की शुरुआत की. इससे शरीर को पर्याप्त समय तक डिटॉक्स होने का मौका मिला.

लाइफस्टाइल बदलाव और योग

डाइट के साथ ही नवजोत कौर ने नियमित योग और मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल किया. उनका मानना है कि सकारात्मक सोच और तनाव मुक्त जीवनशैली शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है.

अगर आप भी कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचना या अपनी सेहत सुधारना चाहते हैं, तो नवजोत कौर की डाइट और लाइफस्टाइल से प्रेरणा ले सकते हैं. प्राकृतिक चीजों को अपने भोजन का हिस्सा बनाएं, फास्टिंग को अपनाएं और दिनचर्या में योग और मेडिटेशन जोड़ें.

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