Meerut Metro : तेज गति और खास सुविधाओं के साथ 13 स्टेशन और 30 मिनट का सफर, जून 2025 से शुरू होगा परिचालन
Meerut metro : मेरठ में अगले साल जून से देश की सबसे तेज मेट्रो सेवा का आरंभ होने जा रहा है. इस परियोजना की तैयारियाँ तेज़ी से चल रही हैं, जिसमें मेट्रो के परिचालन की पूरी रूपरेखा तैयार की जा रही है.

Meerut metro : मेरठ में अगले साल जून से देश की सबसे तेज मेट्रो सेवा का आरंभ होने जा रहा है. इस परियोजना की तैयारियाँ तेज़ी से चल रही हैं, जिसमें मेट्रो के परिचालन की पूरी रूपरेखा तैयार की जा रही है. मेरठ मेट्रो के तीन डिब्बों में कुल 700 यात्री सफर कर सकेंगे, जिनमें से 173 लोग बैठने की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे. यह मेट्रो 13 स्टेशनों के बीच चलेगी और 23 किलोमीटर की दूरी मात्र 30 मिनट में तय करेगी.
मेरठ मेट्रो के परिचालन की दिशा में सिविल कार्यों का अधिकांश हिस्सा पूरा हो चुका है. इस मेट्रो सेवा का मार्ग मेरठ साउथ स्टेशन से लेकर मोदीपुरम तक रहेगा, और यह आरआरटीएस कॉरिडोर पर संचालित होगी. मेट्रो के तीन डिब्बों में आधुनिक तकनीक का प्रयोग होगा, जिससे एक साथ ज्यादा यात्री सफर कर सकेंगे.
120 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम रफ्तार
भारत में पहली बार नमो भारत ट्रेन और मेट्रो एक ही कॉरिडोर पर चलने वाली हैं. मेट्रो की डिजाइन की अधिकतम रफ्तार 135 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि इसे 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से संचालित किया जाएगा. वहीं नमो भारत ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ेगी. तुलना में, दिल्ली मेट्रो की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटा होती है.
सीसीटीवी और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा
मेट्रो के अंदर यात्रियों को हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग की सुविधा मिलेगी. इसके अलावा, कोच में लगेज रैक, ग्रैब हैंडल, सीसीटीवी कैमरे और डायनामिक रूट मैप जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. इस मेट्रो सेवा में जो सुविधाएँ दी जा रही हैं, उनमें लगेज रैक और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं, जो अन्य शहरों की मेट्रो में कम देखने को मिलती है.
बचत के उपाय
मेट्रो में ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए हर दरवाजे पर पुश बटन की सुविधा दी गई है, जिससे यात्रियों की आवश्यकता अनुसार दरवाजे खोले जा सकेंगे. इस तकनीक से बिजली की खपत में कमी आएगी, जो अन्य मेट्रो सेवाओं में नहीं है.
खड़े रहने के लिए ज्यादा जगह
नमो भारत ट्रेन में छह डिब्बे होते हैं, जबकि मेरठ मेट्रो में तीन डिब्बों की व्यवस्था की गई है. हालांकि, मेरठ मेट्रो में खड़े होने और बैठने की व्यवस्था को अधिक आरामदायक और विस्तृत बनाया गया है, जिससे यात्रियों को यात्रा के दौरान अधिक सुविधा मिलेगी.
आरक्षित सीटें और विशेष सुविधाएँ
हर कोच में मोबाइल चार्जिंग के अलावा महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष आरक्षित सीटें भी होंगी. महिलाओं के लिए अलग कोच की व्यवस्था नहीं होगी, लेकिन महिला यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष सीटें दी गई हैं. इसके अतिरिक्त, मेट्रो में मेडिकल स्ट्रेचर और व्हीलचेयर के लिए स्थान उपलब्ध रहेगा.वहीं मेट्रो स्टेशन में मेडिकल स्ट्रेचर और व्हीलचेयर के आवागमन के लिए बड़ी लिफ्ट की सुविधा होगी.