बेहद खतरनाक है Leptospirosis बीमारी! पंजाब CM भगवंत मान हुए इसके शिकार
Leptospirosis: लेप्टोस्पायरोसिस का कारण बनने वाले बैक्टीरिया संक्रमित जानवरों के पेशाब के ज़रिए फैलते हैं. बैक्टीरिया दूषित पानी या मिट्टी में हफ़्तों से लेकर महीनों तक ज़िंदा रह सकते हैं. ये दूषित पानी या मिट्टी में पाई जाती है. दुनिया भर में हर साल लगभग 1 मिलियन लोग इसके शिकार होते हैं.

Leptospirosis: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान लेप्टोस्पायरोसिस नाम के एक बीमारी से ग्रसित हैं, जिसके बाद उन्हें मोहाली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हिंदुस्तान टाइम्स के रिपोर्ट की मुताबिक, मोहाली के फोर्टिस अस्पताल के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के निदेशक और प्रमुख डॉ. आरके जसवाल ने उनके स्वास्थ्य के बारे में एक बयान में कहा कि सीएम को उचित एंटीबायोटिक्स दी जा रही हैं.
डॉ. जसवाल ने बताया, 'फिलहाल सीएम की सभी महत्वपूर्ण अंग पूरी तरह से स्थिर हैं. ट्रॉपिकल फीवर होने से उन्हें एडमिट किया गया था. जांच में पता चला कि उन्हें लेप्टोस्पायरोसिस है. सीएम को पहले से ही उचित एंटीबायोटिक्स दिए जा रहे हैं. धिरे-धिरे उनके स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिल रहा है.
आखिर क्या बला है लेप्टोस्पायरोसिस?
लेप्टोस्पायरोसिस बैक्टीरिया से होने वाला एक रोग है जो लोगों और जानवरों को प्रभावित करता है. यह संक्रमित पशुओं के पेशाब से फैलता है. तूफान या बाढ़ के समय इसका खतरा बढ़ जाता है. ये दूषित जल या मिट्टी में पाया जाता है. जब कोई जीव इसे पर्यावरण में छोड़ते हैं और जब मनुष्य ऐसे वातावरण के संपर्क में आते हैं तो इससे लेप्टोस्पायरोसिस हो जाता है. दुनिया भर में हर साल लगभग 1 मिलियन लोग इसके शिकार होते हैं, जिनमें से लगभग 60,000 लोगों की मृत्यु हो जाती है.
लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण
- बुखार
- सिरदर्द
- ठंड लगना
- शरीर या मांसपेशियों में दर्द
- उल्टी
- त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (पीलिया)
- लाल आँखें
- पेट दर्द
- दस्त
- खरोंच
लेप्टोस्पायरोसिस के उपचार-
लेप्टोस्पायरोसिस का इलाज डॉक्सीसाइक्लिन या पेनिसिलिन जैसे एंटीबायोटिक्स से किया जाता है. अगर इलाज करने वाले डॉक्टर को लगता है कि आपको लेप्टोस्पायरोसिस हो सकता है तो आपको जल्द से जल्द एंटीबायोटिक्स दी जानी चाहिए. जिन लोगों में लेप्टोस्पायरोसिस के लक्षण अधिक गंभीर हों, उन्हें अंतःशिरा (IV) एंटीबायोटिक्स की आवश्यकता हो सकती है. एंटीबायोटिक दवाओं के साथ प्रारंभिक उपचार से गंभीर बीमारी को रोकने और इसे कम करने में मदद मिल सकती है.