कहीं Momos और Dimsum को एक डिश तो नहीं समझते, जाने दोनों में क्या होता है अंतर
मोमोज और डिमसम दोनों ही फेसम स्नैक्स हैं जो एशियाई खानपान का हिस्सा हैं. हालांकि दिखने में ये दोनों काफी समान लगते हैं, लेकिन दोनों केे बीच कुछ खास अंतर होते हैं.

Momos And Dimsum: मोमोज और डिमसम दोनों ही फेसम स्नैक्स हैं जो एशियाई खानपान का हिस्सा हैं. हालांकि दिखने में ये दोनों काफी समान लगते हैं, लेकिन इनके बीच कुछ खास अंतर होते हैं. दोनों डिश छोटे आटे के गोले होते हैं जिनमें सब्जियों, मीट या अन्य पेस्ट भरा जाता है लेकिन इनके स्वाद, उत्पत्ति और बनाने के तरीके में खूब अंतर है.
मोमोज
मोमोज मुख्य रूप से तिब्बत, नेपाल और उत्तर-पूर्वी भारत में फेमस हैं. यह डिश तिब्बती और नेपाली खानपान का हिस्सा है. मोमोज आटे से बने छोटे पकौड़े होते हैं जिन्हें उबाला या भाप में पकाया जाता है. इनमें सब्जियों, चिकन या मटन जैसी सामग्री भरी जाती है. मोमोज के साथ अक्सर तीखी लाल चटनी या सूप परोसा जाता है जो इसके मसालेदार स्वाद को और बढ़ा देता है. मोमोज आमतौर पर उबले या तले हुए होते हैं और इन्हें स्ट्रीट फूड के रूप में भी खाया जाता है. भारत में यह स्नैक बहुत ही फेमस है खासकर शहरी इलाकों में.
डिमसम
डिमसम की उत्पत्ति चीन से हुई है और यह वहां के पारंपरिक (tradition) खानपान का महत्वपूर्ण हिस्सा है. डिमसम को चाय के साथ खाने की परंपरा है और इसे लाइट डिश माना जाता है जिसे लोग अक्सर दोपहर के भोजन के रूप में खाते हैं. डिमसम का आटा चावल या गेहूं के आटे से बनाया जाता है और इसमें भरी जाने वाली सामग्री भी बहुत अलग होती है. यह केवल भाप में पकाई जाने वाली डिश नहीं है बल्कि कई बार इसे तलकर भी परोसा जाता है. डिमसम में भराई के रूप में झींगा, पोर्क, सब्जियां और यहां तक कि मीठे तत्व भी हो सकते हैं. डिमसम का स्वाद ज्यादा लाइट होता है और इसे कई प्रकार की चटनी या सॉस के साथ परोसा जाता है.
अंतर
मुख्य अंतर इनके स्वाद और जहां से बनना शुरू हुआ वो है. मोमोज तिब्बती और नेपाली डिश हैं जबकि डिमसम चीनी संस्कृति से जुड़ा हुआ है. मोमोज आमतौर पर मसालेदार होते हैं जबकि डिमसम का स्वाद हल्का होता है. साथ ही डिमसम की किस्में मोमोज के मुकाबले कहीं ज्यादा होती हैं. इस प्रकार, मोमोज और डिमसम दिखने में भले ही समान हों लेकिन इनका इतिहास, स्वाद और बनाने का तरीका अलग-अलग है