तुलसी एक गुण अनेक, इन बीमारियों में है फायदेमंद
तुलसी एक गुण अनेक, जानें किस बीमारी में कैसे करें उपयोग

स्वास्थ्य के लिए तुलसी का इस्तेमाल हजारों सालों से किया जा रहा है। धार्मिक ग्रंथों में तुलसी का जिक्र है, तो वहीं आयुर्वेद में इसका विशेष महत्व है। सदियों से अलग-अलग बीमारियों के इलाज के लिए इस पौधे का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसका उपयोग सांस की बीमारी, वायरल इंफेक्शन और अन्य बीमारियों के लिए किया जाता है। कहा जाता है कि तुलसी बेहद गुणकारी है इसीलिए इसका इस्तेमाल दवाओं, प्रसाद और अन्य चीजों में किया जाता है। कई आयुर्वेदिक दवाएं बनाने में मुख्य तत्व तुलसी के पत्ते ही होते हैं। घर पर लोग अपनी चाय से लेकर कई अन्य चीजों में भी तुलसी के पत्तों का भरपूर इस्तेमाल करते हैं और उन्हें इसके फायदे भी मिलते हैं। आइए इन फायदों के बारे में जानते हैं।
कैसे करें तुलसी का इस्तेमाल?
खांसी, जुकाम से तुरंत राहत के लिए तुलसी की पत्तियों को चबाया जा सकता है या इसकी पत्तियों या बीजों को उबलते पानी में उबालकर चाय बनाई जा सकती है। तुलसी को गर्म पानी में भी भिगोया जा सकता है और उस पानी का सेवन हर दिन खाली पेट किया जा सकता है।
खांसी-जुकाम
खांसी के इलाज के लिए तुलसी की पत्तियों को शहद में मिलाया जाता है क्योंकि यह सांस से जुड़े विकारों में बलगम को बाहर निकालने में मदद करती है। तुलसी गले की खराश से भी राहत दिलाती है। तुलसी के पत्तों को पानी के साथ उबालकर पीने या उससे गरारा करने से खांसी में राहत मिलती है।
डायबिटीज
तुलसी डायबिटीज के मरीजों में हाई शुगर, कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद कर सकती है। अध्ययनों के अनुसार, खाली पेट दो से तीन तुलसी के पत्ते या एक चम्मच तुलसी का रस लेने से ब्लड शुगर का लेवल कम रहता है। एक अन्य शोध में पाया गया कि तुलसी का सेवन फास्टिंग ब्लड शुगर को काफी कम कर सकता है। ऐसे में डायबिटीज के मरीजों के लिए तुलसी बेहद फायदेमंद है।
त्वचा की बीमारी
तुलसी की एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-वायरल प्रॉपर्टी त्वचा की समस्या में भी फायदेमंद हैं। तुलसी का रस लगाने से फंगल संक्रमण और अन्य प्रकार के त्वचा की बीमारियों के इलाज में मदद मिलती है।