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मेंटल हेल्थ के लिए जरूरी है सुबह की धूप, जानें फायदे

आजकल हम धूप में कम ही निकलना पसंद करते हैं। आजकल कई लोगों का अधिकांश समय घर या ऑफिस के अंदर ही बीतता है। ऐसे में हमारे शरीर को पर्याप्त धूप नहीं मिलती है।

मेंटल हेल्थ के लिए जरूरी है सुबह की धूप, जानें फायदे
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स्टेट मिरर डेस्क
by: स्टेट मिरर डेस्क

Updated on: 17 Sept 2024 1:00 AM IST

धूप धरती पर जिंदगी के लिए बेहद जरूरी है। पेड़-पौधों से लेकर इंसानों तक सभी को ऊर्जा के लिए इसकी जरूरत पड़ती है। इससे हमें विटामिन-डी मिलता है, जो हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है।

हालांकि, आजकल हम धूप में कम ही निकलना पसंद करते हैं। आजकल कई लोगों का अधिकांश समय घर या ऑफिस के अंदर ही बीतता है। ऐसे में हमारे शरीर को पर्याप्त धूप नहीं मिलती है। धूप अच्छे स्वास्थ के लिए बहुत जरूरी है। सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य ही नहीं, धूप से मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। रोज सुबह सिर्फ 30 मिनट धूप में बिताने से मानसिक स्वास्थ्य को कई लाभ मिल सकते हैं। आपको बताते हैं धूप से मेंटल हेल्थ पर क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।

सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (SAD)

सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर डिप्रेशन का एक प्रकार है, जो सर्दियों के महीनों में धूप की कमी से होता है। SAD से पीड़ित लोग अक्सर थकान, नींद आना, वजन बढ़ना और इच्छाशक्ति कम होना महसूस करते हैं। SAD से निपटने में मदद करने के लिए, डॉक्टर अक्सर लाइट थेरेपी का सुझाव देते हैं। ऐसे में कुछ समय धूप में बिताने से डिप्रेशन के लक्षण कम हो सकते हैं।

विटामिन-डी और मानसिक स्वास्थ्य

विटामिन डी का उत्पादन त्वचा में सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से होता है। विटामिन-डी हमारे शरीर में सेरोटोनिन का निर्माण करता है। सेरोटोनिन एक हार्मोन है, जो हमारे मूड को नियंत्रित करता है। कम सेरोटोनिन के लेवल से डिप्रेशन और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है।

स्लीप साइकिल में सुधार

आजकल कई लोग रात में नींद की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में सूरज की रोशनी हमारी स्लीप साइकिल को सुधारने में मदद करता। जब हम सूरज की रोशनी के संपर्क में आते हैं, तो हमारे शरीर में मेलाटोनिन नामक हार्मोन का प्रोडक्शन कम हो जाता है। मेलाटोनिन नींद को बढ़ाने में मदद करता है।

तनाव कम होता है

तनाव एक आम समस्या है, जो हमारे मानसिक स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। इसे कम करने में सूरज की रोशनी मददगार हो सकती है। सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से हमारे शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन, जो एक स्ट्रेस हार्मोन है, का उत्पादन कम हो सकता है।

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