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शादी के सीजन में सोने की खरीदारी करते समय इन 6 बातों का रखें ध्यान

शादी और त्यौहारों के सीजन की शुरूआत होने वाली है. सोने की खरीदारी में उछाल आना इन सीजन में सामान्य बात है पर इसके साथ-साथ सोने की शुद्धता की पहचान करना आसान नहीं है. हम आपको यहां बताने जा रहे हैं कि आप प्योर गोल्ड की पहचान कैसे कर सकते हैं. आइए जाने कब करें खरीदारी और कैसे समझे गोल्ड की प्योरिटी.

शादी के सीजन में सोने की खरीदारी करते समय इन 6 बातों का रखें ध्यान
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Gold Jewellery Pic Credit-ANI
( Image Source:  Sora AI )
प्रिया पांडे
Edited By: प्रिया पांडे

Updated on: 26 Nov 2025 10:56 AM IST

गोल्ड की प्योरिटी को कैरेट में दर्शाया जाता है. 24 कैरेट सोना 99.9% प्योर होता है, जबकि 22 कैरेट सोना 92% शुद्ध होता है. प्रत्येक कैरेट सोने में 4.2% शुद्धता होती है. जैसे 14 कैरेट में 58.33% और 18 कैरेट में 75% शुद्ध सोना होता है.

आपको ये पता है कि 24 कैरेट सोना ज्वैलरी बनाने के लिए सही नहीं होता, इसलिए आमतौर पर 14, 18 या 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है. ज्वैलरी खरीदते समय उसकी शुद्धता की जांच करना जरूरी है. हॉलमार्क सोने की शुद्धता का प्रमाण है.

मेकिंग चार्ज पर दें ध्यान

सभी ज्वैलरी के साथ मेकिंग चार्ज जुड़ा होता है, जो उसे बनाने में लगे मेहनत का भुगतान है. मेकिंग चार्ज हमेशा उस समय के सोने की कीमतों के आधार पर तय होता है. इसीलिए मेकिंग चार्ज पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है.

सस्ती होती है मशीन मेकिंग ज्वैलरी

आजकल मशीन से बनने वाले ज्वैलरी आम हैं, जो बड़े स्केल पर बनाए जाते हैं. इस तरह के ज्वैलरी पर मेकिंग चार्ज कम होता है, जिससे उनकी कीमत भी घट जाती है.

वजन की करें जांच

भारत में सोने के ज्वैलरी की बिक्री अकसर उसके वजन के आधार पर होती है. भारी आभूषणों की कीमत ज्यादा होती है. हीरे और अन्य कीमती स्टोन के साथ जड़े होने के कारण ज्वैलरी भारी हो जाती है. ज्वैलरी का वजन पूरा लिया जाता है तो लेते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप केवल गोल्ड की ही मूल्य चुका रहे हो.

ऑफ-सीजन में करें खरीदारी

कुछ स्पेशल अवसर जैसे त्यौहार, शादी का सीजन, उस समय सोने की खरीदारी बढ़ जाती है, जिसके कारण कीमत में भी उछाल होता है. ऑफ-सीजन सोना खरीदना एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है क्योंकि उस समय कीमत भी कम होती हैं और छूट भी अधिक मिलती है.

पुराना बेचकर नया खरीदें

ज्यादातर ज्वैलर्स Buy Back का ऑप्शन देते हैं जिसके अंदर आप पुराने ज्वैलरी को बेच कर नया ले सकते हैं. सोने की वैल्यू इसमें फिक्स होती है.

कहां से खरीदें

भारत में हजारों ज्वैलरी स्टोर हैं, लेकिन छोटे स्टोर से खरीदारी करना रिस्क भरा हो सकता है. वे अशुद्ध सोने को शुद्ध बताकर बेचते हैं या कभी-कभी तो चोरी किए हुए ज्वैलरी भी बेच सकते हैं. इसलिए, हमेशा नामी ज्वैलर से सोना खरीदना सबसे सुरक्षित रहता है.

कैसे तय होता है दाम

कैरेट गोल्ड का मतलब 1/24 पर्सेंट गोल्ड होता है. यदि आपकी ज्वैलरी 22 कैरेट की है तो 22 को 24 से भाग देकर उसे 100 से गुणा करें. कीमत इसी पर तय होती है. (22/24)x100= 91.66 यानी आपके ज्वैलरी में इस्‍तेमाल सोने की शुद्धता 91.66 % है. मसलन 24 कैरेट सोने का रेट टीवी पर 27000 है और बाजार में इसे खरीदने जाते हैं तो 22 कैरेट सोने का दाम (27000/24)x22=24750 रुपए होगा. जबकि ज्वैलर आपको 22 कैरेट सोना 27000 में ही देगा. यानी आप 22 कैरेट सोना 24 कैरेट सोने के दाम पर खरीद रहे हैं.

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