क्या सर्दी आपकी आंखों को बना रही शुष्क? इन पांच बातों का रखें ध्यान
सर्दियां आंखों में सूखापन से लेकर इन्फेक्शन तक कई तरह की चिंताएं ला सकती हैं, जिससे इस मौसम में खास देखभाल दिनचर्या अपनाना जरुरी हो जाती है.

जैसे-जैसे सर्दियां शुरू होती हैं, ठंडा मौसम, शुष्क हवा और घर के अंदर बढ़ती गर्मी आपकी आंखों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है. जबकि हममें से कई लोग अपनी त्वचा की सुरक्षा के लिए कमर कस लेते हैं, लेकिन हम अक्सर आंखों के स्वास्थ्य पर मौसम के प्रभाव को नजरअंदाज कर देते हैं.
सर्दियां आंखों में सूखापन से लेकर इन्फेक्शन तक कई तरह की चिंताएं ला सकती हैं, जिससे इस मौसम में खास देखभाल दिनचर्या अपनाना जरुरी हो जाती है. हालांकि कुछ आई सर्जन और एक्सपर्ट्स ने अपनी राय शेयर की है. जिनके सुझाव से आप अपनी आंखों को सर्दियों में कई तरह के इन्फेक्शन से बचा सकते हैं. आइए नजर डालते हैं सर्दियों में आंखों में होने वाली कुछ समस्याओं पर.
ड्राई आंखें
ठंड का मौसम और घर के अंदर की हीटिंग नमी के लेवल को कम कर सकती है, जिससे आंखों में सूखापन और जलन हो सकती है. इससे बचने के लिए हवा में नमी का लेवल बनाए रखने के लिए घर में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें। अपनी आंखों को हाइड्रेटेड रखने के लिए डॉक्टर की सलाह के मुताबिक आई ड्राप का इस्तेमाल करें. अगर आपको लगातार आंखों में सूखापन का महसूस होता है, तो किसी आई स्पेशलिस्ट से परामर्श लें. अगर इलाज न किया जाए तो क्रोनिक सूखी आंखें अधिक गंभीर समस्याएं पैदा कर सकती हैं.
यूवी किरणों से बचाव करें
हालांकि सर्दियों में धूप उतनी महसूस नहीं हो सकती है, लेकिन यूवी किरणें बर्फ से रिफ्लेक्टेड होने वाली धूप जब सीधे आंखों को लगती है, तब वह आंखों यूवी क्षति का खतरा बढ़ सकता है. इससे बचने के लिए यूवी-प्रोटेक्टिव सन ग्लासेज पहनें, खासकर जब बर्फ से ढके इलाकों में जा रहे हों या स्कीइंग कर रहे हों.किनारों से हवा और प्रकाश को रोकने के लिए रैपअराउंड फ़्रेम का ऑप्शन चुनें. लंबे समय तक यूवी एक्सपोज़र से स्नो ब्लाइंडनेस या मोतियाबिंद जैसी स्थितियां हो सकती हैं. हमेशा सुनिश्चित करें कि आपके चश्मे में 100% यूवी सुरक्षा हो.
इनडोर हीटिंग
लंबे समय तक हीटिंग सिस्टम के कॉन्टैक्ट में रहने से आपकी आंखें शुष्क हो सकती हैं. जिससे आंखें लाल या उसमें खुजली उत्पन्न हो सकती है. इस तरह के इन्फेक्शन से बचने के लिए गर्म वातावरण में अपना समय सीमित रखें और जब भी संभव हो ताज़ी हवा के लिए बाहर जाएं. इसके अलावा हवा में नमी जोड़ने के लिए हीटर के पास पानी का एक कटोरा रखें.
डिहाइड्रेशन
ठंड का मौसम अक्सर हमारी प्यास को कम कर देता है, लेकिन डिहाइड्रेशन अभी भी हो सकता है, जिससे आंखें शुष्क हो जाती हैं. लेकिन अगर आपकी भी आंखें शुष्क हो जाती है तो इसके लिए आपको बॉडी में डिहाइड्रेशन लेवल बढ़ाना होगा, साथ ही कम से कम हर दिन आठ गिलास पानी पीना चाहिए. आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए अपने आहार में मछली, अखरोट और अलसी जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें.
एलर्जी
सर्दियों की एलर्जी, जैसे धूल के कण और फफूंदी, आंखों में जलन पैदा कर सकती हैं, जिससे लालिमा, खुजली और पानी आने की समस्या हो सकती है. लेकिन ऐसे में अपनी आंखों को रगड़ने से बचें, क्योंकि इससे जलन बढ़ सकती है और इन्फेक्शन बढ़ सकता है. इसके लिए अपने घर को साफ़ और धूल रहित रखें. धूल के कण को मारने के लिए बिस्तर को नियमित रूप से गर्म पानी से धोएं. नेत्र रोग विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद एंटी-एलर्जी आई ड्रॉप का उपयोग करें.