मानसून के दौरान गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
बारिश के मौसम में अक्सर महिलाओं को बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में बहुत सी सावधानी और देखभाल की जरूरत होती है. नीचे कुछ बातें बताई गई हैं, जिन्हें अपनाकर आप स्वस्थ रह सकती हैं.

नई दिल्ली : बारिश का मौसम गर्भवती महिलाओं के लिए कई स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां पैदा कर सकता है. इस दौरान विशेष सावधानी और देखभाल बेहद जरूरी है ताकि आपकी और आपके बच्चे की सेहत को बेहतर बनाए रखा जा सके. अगर आप गर्भवती हैं, तो यहाँ कुछ जरूरी बातें हैं जिनका ध्यान आपको मानसून के दौरान रखना चाहिए:
स्वच्छता का ध्यान रखें
मानसून के दौरान बढ़ती नमी और पानी की वजह से बैक्टीरिया और वायरस के फैलने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए. अपने घर को रूप से साफ -सुथरा रखें और कहीं भी पानी न भरने दें.
संतुलित आहार का सेवन करें
मानसून में गर्भवती महिलाओं को संतुलित और पोषक आहार की अत्यंत आवश्यकता होती है. इस मौसम में बासी और सड़क पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों से बचें, क्योंकि ये संक्रमण का कारण बन सकते हैं. ताजे फल, सब्जियां और घर का खाना ही सिर्फ खाएं.
पर्याप्त पानी पीएं
मानसून के दौरान कई लोग पानी कम पीने लगते हैं, लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है. पर्याप्त पानी पीने से बच्चे की वृद्धि और डिलीवरी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. नारियल पानी और ताजे जूस भी हाइड्रेटेड रहने में मददगार हो सकते हैं.
कीटों से बचाव
मानसून के मौसम में मच्छरों और कीटों की संख्या बढ़ जाती है, जो डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों को फैला सकते हैं. गर्भवती महिलाओं को मच्छरदानी का उपयोग करने और कीटनाशक स्प्रे का सावधानीपूर्वक प्रयोग करने की सलाह दी जाती है.
भीगने से बचें
मानसून में अक्सर ठंड और फ्लू जैसी बीमारियाँ फैलती हैं. गर्भवती महिलाओं को मौसम के अनुसार सही कपड़े पहनने चाहिए और ठंडी हवा से बचना चाहिए. यदि आप बाहर जा रही हैं, तो बरसाती या छाता साथ ले जाना न भूलें और भीगने से बचें.
इन सावधानियों का पालन करके आप मानसून के दौरान अपने और अपने बच्चे की सेहत का ध्यान रख सकती हैं.
नोट : ऊपर दी हुई खबर केवल जागरूक करने के लिए है. किसी भी तरह की परेशानी होने पर एक्सपर्ट से संपर्क करें.