आपकी ही आदतें दे सकती हैं बच्चों को गलत दिशा, उनके सामने कभी न करें ये काम
बच्चों के पहले टीचर होते हैं उनके माता पिता। माता-पिता ही अपने बच्चों के पहले रोल मॉडल होते हैं। वो जो कुछ भी अपने पैरेंट्स को करते हुए देखते हैं, उसे वो फॉलो करने लगते हैं।

बच्चों के पहले टीचर होते हैं उनके माता पिता। माता-पिता ही अपने बच्चों के पहले रोल मॉडल होते हैं। वो जो कुछ भी अपने पैरेंट्स को करते हुए देखते हैं, उसे वो फॉलो करने लगते हैं। ऐसे में बच्चों के सामने अपने व्यवहार को लेकर माता-पिता को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। आपकी ही कुछ आदतें आपके बच्चों को गलत दिशा में ले जा सकते हैं। ऐसे में आपको अपने व्यवहार के इन बातों का पूरा ध्यान रखना चाहिए।
झगड़ा और बहस
पति-पत्नी के बीच झगड़े और बहस अगर बच्चों के सामने होते हैं, तो इसका बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। वो रिश्तों में टकराव और भरोसे की कमी को सामान्य मान सकते हैं। यह उनके मानसिक और भावनात्मक विकास में बाधा डाल सकता है। बेहतर है कि किसी भी मुद्दे पर चर्चा बच्चों के सामने न करें।
गुस्सा जाहिर करना
अगर आप बार-बार अपने गुस्से को अपने बच्चों के सामने जाहिर करते हैं या छोटी-छोटी बातों पर चिल्लाते हैं, तो बच्चे इसे सामान्य व्यवहार मान सकते हैं। इससे वो भी अपनी समस्याओं का सामना करते समय ऐसा व्यवहार दिखाना शुरू कर सकते हैं। बच्चों के सामने धैर्य और शांति का परिचय देना जरूरी है ताकि वे सही तरीके से अपने इमोशन को कंट्रोल करना सीखें।
झूठ बोलना
अगर आप बच्चों के सामने झूठ बोलते हैं, भले ही वो किसी भी मकसद से हो, बच्चे यह समझ सकते हैं कि झूठ बोलना नॉर्मल है। इससे वे अपनी जिंदगी में ईमानदारी की अहमियत नहीं समझ पाएंगे। जब बच्चे मां-बाप को फोन पर किसी रिश्तेदार से झूठ बोलते हुए पाते हैं तो वो आसानी से इसे फॉलो कर सकते हैं।
गाली गलौज
छोटे बच्चे बहुत ही जल्दी नई बातें सीखते हैं। अगर आप उनके सामने गाली गलौज करते हैं। इसलिए अपने शब्दों का चयन करते समय ध्यान रखें और सही अल्फाज का ही इस्तेमाल करें।
अनुशासनहीनता
अगर आप अनुशासनहीनता दिखाते हैं, जैसे कि समय का पालन नहीं करना, बेमतलब का टीवी देखना, या अनहेल्दी आदतें अपनाना, तो बच्चे इसे आदर्श मान सकते हैं। बच्चों के लिए पैरेंट्स का डिसिप्लिन्ड होना जरूरी है ताकि वो भी नियमित और सही आदतें विकसित कर सकें।