सनस्क्रीन लगाने के बाद भी हो रही है टैनिंग, कहीं आप भी तो नहीं कर रहीं ये गलतियां?
धूप से अपनी त्वचा को बचाने का एक आसान उपाय होता है सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना। आजकल हर कोई धूप में निकलने से पहले अपने चेहरे पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल करता है। बावजूद इसके कई लोगों को टैनिंग की समस्या बनी रहती है।

धूप से अपनी त्वचा को बचाने का एक आसान उपाय होता है सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना। आजकल हर कोई धूप में निकलने से पहले अपने चेहरे पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल करता है। बावजूद इसके कई लोगों को टैनिंग की समस्या बनी रहती है। ऐसा आपके सनस्क्रीन के इस्तेमाल करने के गलती तरीके के कारण हो सकता है। आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है।
इन बातों का रखें ध्यान
चाहे मौसम कोई भी हो सनस्क्रीन लगाना जरूरी होता है। सनस्क्रीन को कई-कई दिन छोड़कर लगाने की गलती भी ना करें बल्कि सनस्क्रीन को रोजाना लगाना जरूरी होता है।
सनस्क्रीन लगाते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप इसे पर्याप्त मात्रा में लगा रहे हैं। थोड़ी-बहुत सनस्क्रीन त्वचा को धूप से प्रोटेक्ट नहीं कर पाएगी।
सनस्क्रीन को गीले चेहरे (Damp Skin) पर भी नहीं लगाना चाहिए। मॉइश्चराइजर लगा लेने के बाद सनस्क्रीन लगाई जाती है।
हर 2 घंटे में सनस्क्रीन लगाने की जरूरत होती है। सनस्क्रीन को रि-अप्लाई करते रहना चाहिए।
बाहर निकलने से 15 से 30 मिनट पहले सनस्क्रीन लगानी चाहिए। इससे सनस्क्रीन का बेहतर असर दिखता है।
आम गलतियां
सिर्फ सनस्क्रीन स्टिक या पाउडर को ही प्राइमेरी तौर पर इस्तेमाल करना भी एक गलती होती है। ये सनस्क्रीन नॉर्मल सनस्क्रीन की तरह इफेक्टिव नहीं होती हैं।
लोग सनस्क्रीन को लेकर सबसे बड़ी गलती यह करते हैं कि वे अपने मेकअप या मॉइश्चराइजर के साथ मिलाकर सनस्क्रीन लगाते हैं। इससे सनस्क्रीन का असर कम होने लगता है।
SPF 30 से कम की सनस्क्रीन इस्तेमाल करने पर इसका त्वचा पर कुछ असर नहीं होता है। इस तरह सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना इसे इस्तेमाल ना करने के बराबर है।
सनस्क्रीन से जु़ड़ी एक गलती यह भी है कि सनस्क्रीन जिनमें विटामिन सी या नायासिनेमाइड होता है उनसे स्किन को अलग से कोई फायदे नहीं मिलते हैं बल्कि इनसे स्किन डार्क भी हो सकती है।
एसपीएफ 100 या उससे ज्यादा वाले सनस्क्रीन इस्तेमाल करने के बाद भी इन्हें बार-बार इस्तेमाल करने की जरूरत होती है।