लिफ्ट की जगह सीढ़ियों से जाने से बढ़ सकती है उम्र,स्टडी में दावा
फिटनेस के लिए आपने भी अक्सर सुना होगा कि लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का उपयोग करें। कई लोग सजगता से इसका पालन भी करते हैं। यह एक बेहतरीन कार्डियों एक्सरसाइज है, जिसके लिए आपको अलग से जिम नहीं जाना पड़ता है।

फिटनेस के लिए आपने भी अक्सर सुना होगा कि लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का उपयोग करें। कई लोग सजगता से इसका पालन भी करते हैं। यह एक बेहतरीन कार्डियों एक्सरसाइज है, जिसके लिए आपको अलग से जिम नहीं जाना पड़ता है।
घर, ऑफिस या शॉपिंग मॉल जब भी मौका मिले हमेशा लिफ्ट के जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करें। ऐसा हम आपको इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि सीढ़ियां चढ़ना और उतरना एक तरह का कार्डियो एक्सरसाइज है जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है।
सीढ़ियां चढ़ने के फायदे
एक्सपर्ट के मुताबिक, सीढ़ियां चढ़ने के दौरान बॉडी गुरुत्वाकर्षण के विपरीत मूवमेंट करता है, जो इसे दूसरे फिजिकल एक्सरसाइज के मुकाबले अधिक मुश्किल बनाती है। ऐसे में सीढ़ियां चढ़ने से कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस में सुधार होता है और यह मांसपेशियां भी मजबूत होती है। यह पीठ के निचले हिस्से, हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों को विकसित करता है, जिससे समग्र गतिशीलता बढ़ती है।
एक्सपर्ट बताते हैं कि वर्तमान में यह तय करने के लिए पर्याप्त शोध नहीं है कि कितनी सीढ़ी चढ़ना लाभकारी है। लेकिन एक हालिया स्टडी से पता चलता है कि रोजाना 50 सीढ़ियां चढ़ने से एथेरोस्क्लेरोसिस का 20% कम जोखिम होता है।
इतना ही नहीं हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि सीढ़ियां चढ़ने से न केवल फिटनेस बढ़ती है, बल्कि यह उम्र को लंबा भी कर सकता है। इस अध्ययन में लगभग 500,000 लोगों के डेटा का विश्लेषण किया गया, जिसमें सीढ़ियां चढ़ने और किसी भी कारण से मौत के जोखिम में गिरावट के बीच एक संबंध पाया गया।
अध्ययन के अनुसार, सीढ़ियां चढ़ने वालों में सभी कारणों से मौत का जोखिम 24% कम था। इसके साथ ही, हार्ट डिजीज से होने वाले मौत की संभावना 39% तक कम थी। बता दें कि हार्ट डिजीज दुनिया में होने वाली मौत का मुख्य कारण है।