यूपी से महाराष्ट्र तक बजा योगी आदित्यनाथ का डंका, काम कर गया 'बंटेंगे तो कटेंगे' का नारा
UP Bypoll Results 2024: योगी आदित्यनाथ का बंटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे नारों ने न सिर्फ हरियाणा बल्कि यूपी उपचुनाव और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर भी गहरा प्रभाव डाला. इसके जरिए सीएम योगी जातीय समीकरण साधने में सफल दिखे.

UP Bypoll Results 2024, Yogi Adityanath: लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी के परफॉर्मेंस ने सीएम योगी आदित्यनाथ कर सवाल खड़े किए थे. शपथ ग्रहण समारोह में उनका चेहरा इस दर्द को बयां कर रहा था. ऐसे में यूपी उपचुनाव और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपना पूरा दम लगा दिया. यूपी के 29 सीटों पर हुए नुकसान को भारी जीत से भरपाई करने की कोशिश की.
सीएम योगी ने इस नैरेटिव को भी खत्म कर दिया है कि उनकी कुर्सी पर खतरे में है. उत्तर प्रदेश की 9 सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी ने 6 सीटों पर तो 1 सीट पर रालोद ने जीत हासिल की है. वहीं महाराष्ट्र के 288 सीटों में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति ने 220 से अधिक सीटों पर ऐतिहासिक जीत हासिल की है. आईए यहां जानते हैं कि कैसे सीएम योगी ने सत्ता की लड़ाई में सब कुछ पलट कर रख दिया.
सीएम योगी के नारों ने बदली तस्वीर
सीएम योगी चुनाव में स्टार प्रचारक रहे. उनके बंटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे नारों ने यूपी उपचुनाव ही नहीं महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की जीत का रास्ता तय किया. योगी आदित्यनाथ ने आगामी उपचुनाव के लिए तीस मंत्रियों का एक टास्क फ़ोर्स बनाया और हर सीट पर दो या तीन मंत्रियों की ड्यूटी लगाई. टीम की लगातार मॉनिटरिंग की. एक एक विधानसभा सीट पर दो या तीन बार प्रचार करने गए.
नारों का परिणाम पर असर
सीएम योगी के 'बंटेंगे तो कटेंगे' बयान ने जनता पर गहरा प्रभाव डाला. हरियाणा चुनाव से निकला उनका ये भाषण यूपी और महाराष्ट्र चुनाव तक गूंजता रहा. एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे नारा जनता के सर चढ़कर बोल रहा था, जिसका परिणाम भी देखने को मिला. इसको लेकर अब यूपी के राजनीति में हलचल बढ़ गई.
जातीय समीकरण को साधने में सफल रहे योगी
इसके जरिए सीएम ने विपक्ष के जातीय समीकरण को काटने की पूरी कोशिश मिली, जिसमें वो सफल भी हो गए. माना जाता है कि जो जनता लोकसभा चुनाव में बंटती दिखी थी, सीएम योगी के इन नारों ने उन्हें एक बार फिर से एक पाले में लाने का काम किया. इन नारों की गूंज सीएम योगी से निकलकर महाराष्ट्र के हर नेताओं की जुबान पर आ गई, जिसका गहरा असर चुनाव में देखने को मिला. वहां के वोटर्स खासकर मराठों ने एकजुट होकर महायुति को चुना है.