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556 करोड़ की लागत, 300 कारों की पार्किंग, 10 हजार यात्रियों को हैंडल करने की क्षमता; कैसा है मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल?

मुंबई के बैलार्ड पियर स्थित मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल (MICT) का प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन किया. ₹556 करोड़ की लागत से बने इस चार मंज़िला टर्मिनल में 4,15,000 वर्ग फुट क्षेत्र और 300 कारों की पार्किंग सुविधा है. यह प्रतिदिन 10,000 यात्रियों को संभाल सकेगा और एक साथ 5 क्रूज़ शिप्स खड़े कर सकता है. 72 इमिग्रेशन काउंटर, आधुनिक डिज़ाइन और शॉपिंग-मनोरंजन की सुविधाओं के साथ यह ‘क्रूज़ भारत मिशन’ का अहम हिस्सा है, जो मुंबई को एशिया का लग्ज़री सी-ट्रैवल हब बनाएगा.

556 करोड़ की लागत, 300 कारों की पार्किंग, 10 हजार यात्रियों को हैंडल करने की क्षमता; कैसा है मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल?
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( Image Source:  X/@pradip103 )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 20 Sept 2025 6:10 PM

Mumbai International Cruise Terminal: मुंबई, भारत की आर्थिक राजधानी, अब सिर्फ बॉलीवुड और बिजनेस की वजह से नहीं, बल्कि लग्जरी समुद्री पर्यटन (Luxury Sea Tourism) के लिए भी चर्चा में रहने वाली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस शनिवार को मुंबई के बैलार्ड पियर स्थित इंदिरा डॉक पर बने भारत के सबसे बड़े और अत्याधुनिक मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल (MICT) का उद्घाटन किया. यह टर्मिनल भारत की समुद्री यात्रा और पर्यटन को नई ऊँचाइयों तक ले जाने वाला है.

मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल को इस तरह डिजाइन किया गया है कि यह न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए भी एक वर्ल्ड-क्लास गेटवे साबित हो.

अधिकारियों का मानना है कि यह टर्मिनल आने वाले वर्षों में मुंबई को “एशिया का लग्जरी सी ट्रैवल हब” बना देगा.

यह टर्मिनल 4,15,000 वर्ग फुट में फैला है और इसे बनाने में करीब ₹556 करोड़ की लागत आई है. चार मंजिला (ग्राउंड + 3) इस विशाल कॉम्प्लेक्स से हर साल लगभग 10 लाख यात्री गुजरेंगे. यानी कि एक दिन में करीब 10,000 यात्रियों की आवाजाही यहां संभव होगी.

संचालन की शुरुआत और विशेषताएं

हालांकि आधिकारिक उद्घाटन अब हो रहा है, लेकिन क्रूज़ संचालन की शुरुआत अप्रैल 2025 से ही हो चुकी थी. उस समय केंद्रीय पोत, जलमार्ग और आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने यहां से पहली क्रूज़ रवाना की थी. इस टर्मिनल की एक बड़ी खासियत यह है कि यह एक साथ 5 क्रूज़ शिप्स को खड़ा करने की क्षमता रखता है. ऐसे में व्यस्त यात्रा सीज़न में भी यात्रियों को परेशानी नहीं होगीऋ

इंटरनेशनल लेवल की सुविधाओं से लैस

  • यात्रियों के आराम और सुविधा का पूरा ख्याल रखते हुए टर्मिनल को डिजाइन किया गया है.
  • 72 इमिग्रेशन और चेक-इन काउंटर लगाए गए हैं ताकि यात्रियों को लंबी कतारों में न लगना पड़े.
  • केवल ऑपरेशनल एरिया ही 1,70,000 वर्ग फुट में फैला है.
  • पूरे साल, दिन-रात संचालन के लिए इसे तैयार किया गया है ताकि वैश्विक क्रूज़ शेड्यूल का पालन हो सके.
  • पार्किंग की सुविधा भी दी गई है, जिसमें 300 से ज्यादा वाहन एक साथ खड़े किए जा सकते हैं.

आधुनिक और समुद्री कला से प्रेरित वास्तुकला

टर्मिनल का डिज़ाइन भी अपने आप में बेहद खास है. इसकी लहरों जैसी छत (Wavy Ceiling) समुद्र की प्राकृतिक सुंदरता से प्रेरित है. अंदरूनी डिज़ाइन मिनिमलिस्टिक है लेकिन आधुनिक सुविधाओं से भरपूर है. सबसे रोचक बात यह है कि यह टर्मिनल सिर्फ यात्रियों के लिए नहीं, बल्कि मुंबईकरों के लिए भी एक नया आकर्षण बनने वाला है. यहां शॉपिंग, रिक्रिएशन और लेज़र एक्टिविटीज़ की सुविधाएं हैं, जिससे यह साल भर के लिए एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन सकता है.

‘क्रूज़ भारत मिशन’ का अहम हिस्सा

मुंबई इंटरनेशनल क्रूज़ टर्मिनल को केंद्र सरकार के ‘क्रूज़ भारत मिशन’ (Cruise Bharat Mission) का मुख्य स्तंभ माना जा रहा है. इस मिशन का उद्देश्य भारत में समुद्री, नदी और द्वीप आधारित पर्यटन को बढ़ावा देना है. सरकार का लक्ष्य है कि भारत सालाना 200 क्रूज़ शिप्स को संभाल सके, जिनमें से हर जहाज़ पर करीब 500 यात्री होंगे.

आर्थिक और पर्यटन पर असर

टर्मिनल का सबसे बड़ा फायदा मुंबई के पर्यटन उद्योग को मिलने वाला है. यहां से न केवल भारतीय बल्कि विदेशी यात्री भी बड़ी संख्या में लग्जरी क्रूज़ का अनुभव लेने आएंगे. इससे होटल, रेस्टोरेंट और लोकल बिज़नेस को बड़ा फायदा होगा, रोजगार के नए अवसर खुलेंगे और मुंबई की पहचान एक ग्लोबल टूरिज़्म हब के तौर पर और मजबूत होगी.

ऐतिहासिक संदर्भ और भविष्य की संभावना

मुंबई पहले से ही भारत का सबसे बड़ा पोर्ट शहर माना जाता है. ऐतिहासिक रूप से भी यह शहर समुद्री व्यापार का केंद्र रहा है. अब यह टर्मिनल भारत को “ग्लोबल क्रूज़ मैप” पर जगह दिलाएगा. एक्‍सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले 10 वर्षों में भारत में समुद्री पर्यटन का बाज़ार तेजी से बढ़ेगा और मुंबई इसका सबसे बड़ा केंद्र होगा.

स्थानीय लोगों के लिए क्या खास?

इस टर्मिनल को केवल विदेशी यात्रियों तक सीमित नहीं रखा गया है. यहां स्थानीय लोग भी घूमने, खरीदारी करने और समुद्र का आनंद लेने आ सकेंगे. यानी यह जगह मुंबईकरों के लिए भी एक नया वीकेंड डेस्टिनेशन बनने वाली है.

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