Maharashatra Politics: शिंदे की पार्टी का कोई नेता बनेगा डिप्टी CM! क्या कह रहे शिवसेना नेता?
विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए सात दिन हो चुके हैं, लेकिन नई सरकार के गठन को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है. इस बीच, एकनाथ शिंदे कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं, क्योंकि विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. इसी दौरान, एकनाथ शिंदे अपने पैतृक गांव दारेगांव, सतारा चले गए हैं.

विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित हुए सात दिन हो चुके हैं, लेकिन नई सरकार के गठन को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है. इस बीच, एकनाथ शिंदे कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर रहे हैं, क्योंकि विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो चुका है. इसी दौरान, एकनाथ शिंदे अपने पैतृक गांव दारेगांव, सतारा चले गए हैं.
मुख्यमंत्री पद और विभागों के आवंटन के लिए महागठबंधन की बैठकें निर्धारित हैं, और ऐसे में उनका अचानक सतारा जाना कई सवाल उठाता है. शिंदे गुट के नेता संजय शिरसाट ने इस पर बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि जब भी एकनाथ शिंदे को कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना होता है, तो वह दारेगांव जाते हैं. उनका यह भी कहना था कि आज शाम तक कोई बड़ा निर्णय सामने आ सकता है.
कब होगी महायुति की अगली बैठक?
विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के एक सप्ताह हो जाने के बाद भी राज्य में नई सरकार का गठन नहीं हो सका है. शिवसेना सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को स्थगित हुई बैठक रविवार को मुंबई में हो सकती है. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के मुताबिक वे विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय निरीक्षकों के आने का इंतजार कर रहे हैं.
वरिष्ठ शिवसेना नेता शंभूराज देसाई ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि एकनाथ शिंदे नई सरकार में प्रमुख भूमिका निभाएं. वहीं, शिंदे गुट के नेता आदित्य सामंत ने बताया कि शिंदे नाराज नहीं हैं, बल्कि स्वास्थ्य कारणों से वह अपने गांव गए हैं. सामंत ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि रविवार को बैठक नहीं हो पाई, तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की संभावना है.
शिंदे डिप्टी CM नहीं तो कौन?
नई सरकार में शिंदे की भूमिका को लेकर शिवसेना में मतभेद उभर रहे हैं. कुछ नेता शिंदे को उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार करने की सलाह दे रहे हैं. लेकिन ढाई साल मुख्यमंत्री रहने के बाद कुछ लोगों का मानना है कि यह भूमिका उनके काम नहीं आएगी. शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि अगर शिंदे उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार नहीं करते हैं तो यह पद उनकी पार्टी के किसी अन्य नेता को मिल जाएगा.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 132 सीटें, शिवसेना ने 57 सीटें और एनसीपी (अजित पवार गुट) ने 41 सीटें जीतीं. नई सरकार के शपथ ग्रहण की संभावना अगले सप्ताह जताई जा रही है. हालांकि, सत्ता साझेदारी और एकनाथ शिंदे की भूमिका को लेकर चल रहे भ्रम के कारण इस प्रक्रिया में देरी हो रही है.रविवार को प्रस्तावित महागठबंधन की बैठक में इस संदर्भ में महत्वपूर्ण निर्णय लिया जा सकता है.