सुबह की सैर बनी आखिरी! CPI नेता को बदमाशों ने क्यों मारी गोली? पत्नी और बेटी बाल-बाल बचीं
हैदराबाद में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) के शहर इकाई के नेता के. चंदू राठौड़ की सोमवार सुबह उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वह शालिवाहन नगर पार्क में मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. हमले के कुछ ही घंटों बाद, उनकी पत्नी के. नारी ने बताया कि वह और उनकी बेटी भी पार्क में मौजूद थीं, लेकिन कुछ मिनट पहले ही वहां से निकल आईं, जिससे उनकी जान बच गई.

हैदराबाद में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) के शहर इकाई के नेता के. चंदू राठौड़ की सोमवार सुबह उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई जब वह शालिवाहन नगर पार्क में मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. हमले के कुछ ही घंटों बाद, उनकी पत्नी के. नारी ने बताया कि वह और उनकी बेटी भी पार्क में मौजूद थीं, लेकिन कुछ मिनट पहले ही वहां से निकल आईं, जिससे उनकी जान बच गई.
राठौड़ की पत्नी ने दावा किया कि उन्होंने हमले से पहले आरोपी को एक स्विफ्ट कार में देखा था. 'हम जब पार्क की ओर जा रहे थे, तभी वह हमें कार में नजर आए. मैंने अपने पति को बताया लेकिन उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया. नारी ने कहा, उन्होंने बताया कि वापस लौटते समय वह गाड़ी फिर पार्क के पास दिखाई दी, जिसमें तीन लोग बैठे आराम कर रहे थे.
मिर्ची पाउडर फेंककर मारी गई गोली
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मलाकपेट पुलिस के अनुसार, राठौड़ पर हमला करने वाले चार लोग थे. इंस्पेक्टर पी. नरेश ने बताया, “हमलावरों ने पहले उनके चेहरे पर मिर्ची पाउडर फेंका. जब राठौड़ भागने की कोशिश करने लगे, तो उन्हें गोली मार दी गई. हमलावर उसी गाड़ी में फरार हो गए जिससे वे आए थे.
पार्क में उस समय 20 से 30 लोग मौजूद थे, लेकिन इतनी तेजी से हमला हुआ कि कोई उन्हें पकड़ नहीं सका. पुलिस को मौके पर पहुंचने में लगभग 30 मिनट लगे. उन्होंने पूरे एरिया को सील कर दिया और फॉरेंसिक टीम व डॉग स्क्वॉड को भी मौके पर बुलाया गया.
'पति की हत्या के पीछे रियल एस्टेट का विवाद'
राठौड़ की पत्नी ने इस हत्या को रियल एस्टेट से जुड़ी दुश्मनी का नतीजा बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी एक स्लम एरिया से अवैध वसूली कर रहा था, जिसका राठौड़ विरोध कर रहे थे. दोनों पहले दोस्त हुआ करते थे, लेकिन कुछ साल पहले रिश्ते बिगड़ गए थे.
सीपीआई और पुलिस की प्रतिक्रिया
सीपीआई के राष्ट्रीय नेता के. नारायण ने कहा, “जो जानकारी हमारे पास है, उसके मुताबिक यह राजनीतिक रंजिश नहीं है. उन्हें निजी दुश्मनों ने गोली मारी.' बता दें कि राठौड़ पहले सीपीआई (एम) में थे, लेकिन करीब 10 साल पहले उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था. हैदराबाद साउथ ईस्ट डीसीपी एस. चैतन्य कुमार ने कहा, “आरोपियों की तलाश के लिए 10 टीमें बनाई गई हैं. सभी एंगल से जांच जारी है.