Begin typing your search...

शिंदे को कौन ले रहा हल्के में? एकनाथ ने किया 2022 का जिक्र और फिर बोले- इशारा है समझ लेना

कनाथ शिंदे ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मैंने पहले ही कहा है कि जिन्होंने मुझे हल्के में लिया, उन्हें इसका अंजाम भुगतना पड़ा. उन्होंने आगे कहा, 'मैं एक कार्यकर्ता हूं, लेकिन बाला साहेब ठाकरे और दिघे साहेब का कार्यकर्ता हूं, और मुझे इसी रूप में देखना चाहिए. शिंदे ने 2022 की राजनीतिक घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, 'जब मुझे हल्के में लिया गया, तो मैंने सरकार पलट दी और आम जनता की सरकार लेकर आया.

शिंदे को कौन ले रहा हल्के में? एकनाथ ने किया 2022 का जिक्र और फिर बोले- इशारा है समझ लेना
X
सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 21 Feb 2025 7:04 PM IST

महाराष्ट्र में इस बार के शपथ ग्रहण के बाद से लगातार यह सवाल उठ रहा है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच सब कुछ ठीक है या नहीं. इन अटकलों के बीच, शिंदे के हालिया बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज कर दी है. वहीं, BMC सरकार ने 1,400 करोड़ रुपये के टेंडर को खारिज कर दिया, जिससे शिंदे को बड़ा झटका लगा. इन घटनाओं के बीच, शिंदे ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि उन्हें हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए.

ऐसा क्यों बोले शिंदे?

एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मैंने पहले ही कहा है कि जिन्होंने मुझे हल्के में लिया, उन्हें इसका अंजाम भुगतना पड़ा. उन्होंने आगे कहा, 'मैं एक कार्यकर्ता हूं, लेकिन बाला साहेब ठाकरे और दिघे साहेब का कार्यकर्ता हूं, और मुझे इसी रूप में देखना चाहिए.

शिंदे ने 2022 की राजनीतिक घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, 'जब मुझे हल्के में लिया गया, तो मैंने सरकार पलट दी और आम जनता की सरकार लेकर आया. डबल इंजन की सरकार चली, और उस समय मैंने कहा था कि मैं देवेंद्र जी के साथ मिलकर 200 से ज्यादा सीटें जीतूंगा. नतीजा यह रहा कि हम 232 सीटें लेकर आए. इसलिए, मुझे हल्के में न लें. अंत में, उन्होंने इशारों में कहा, 'जिसे जो समझना है, वह समझ ले.'

इसके पहले भी दे चुके हैं ऐसा बयान शिंदे

इससे पहले भी एकनाथ शिंदे ने कहा था, 'हमेशा कहता हूं, मुझे हल्के में मत लो, वरना तांगा पलट जाएगा. उन्होंने आगे कहा था, 'दाढ़ी को हल्के में मत लो, इसी दाढ़ी ने तुम्हारी गाड़ी को गड्ढे में डाल दिया था.' शिंदे का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. अब, उन्होंने एक बार फिर यही बयान दोहराया, जिससे राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं.

गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे हाल ही में सीएम देवेंद्र फडणवीस द्वारा बुलाई गई बैठकों में शामिल नहीं हो रहे हैं.इससे दोनों नेताओं के बीच तनाव और टकराव की अटकलें तेज हो गई हैं. भाजपा के नेतृत्व वाले तीन-दलीय गठबंधन (भाजपा, शिवसेना, एनसीपी) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 में से 230 सीटें जीतकर प्रतिद्वंद्वियों को लगभग खत्म कर दिया था. लेकिन चुनाव के तीन महीने बाद ही महायुति सरकार में दरार की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं.हालांकि, सरकार की ओर से किसी भी स्पष्टीकरण या दावे के बावजूद, इन अटकलों को पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सका है.

India News
अगला लेख