फैमिली बिजनेस ने बनाया अमीर, जानें कौन हैं एक रुपये की सैलरी लेने वाले IAS अमित कटारिया
आईएएस अधिकारी अमित कटारिया इन दिनों अपनी सैलरी को लेकर खूब चर्चाओं में है. देश के सबसे अमीर अधिकारियों में उनका नाम शुमार है. लेकिन इस इस चर्चा उनके नाम से साथ-साथ सैलरी को लेकर भी अधिक है. दरअसल एक समय ऐसा था जब अमित कटारिया सेवा के दौरान महज 1 रुपये की सैलरी लिया करते थे.

नई दिल्लीः इन दिनों IAS अधिकारी अमित कटारिया का नाम खूब चर्चाओं में शुमार है. उन्हें सबसे अमीर आईएस अधिकारी माना जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वह अपने करियर के शुरूआत में महज एक रूपय सैलरी लेते थे. एक रुपये सैलरी लेने के बावजूद अमीर आईएएस अधिकारियों में कैसे उनका नाम आया आज इसकी जानकारी हम आपको देने आए हैं. आइए जानते हैं.
इस बार उनका नाम सुर्खियों में कम सैलरी के बावजूद भी अमीर व्यक्तियों की लिस्ट में शुमार है. इसलिए उनकी चर्चा हो रही है. लेकिन एक समय था जब कटारिया बस्तर में कलेक्टर के पद पर कार्यरत थे. उस दौरान भी उनका नाम काफी चर्चा में आया था. यहां तक उन्हें कारण बताओ नोटिस भी दिया जा चुका है.
मिला था कारण बताओ नोटिस
साल 2015 में जब अमित कटारिया की ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद से ही उनका नाम सुर्खियों में रहा. यहां तक की उन्हें कारण बताओ नोटिस भी सौंप दिया गया था. इसके पीछे की वजह के बारे में अगर बात की जाए तो उन्होंने PM के साथ मुलाकात के दौरान काला चश्मा पहना था. ऐसा करना सरकारी प्रोटोकॉल के सख्त खिलाफ में है. इसपर जवाब देने के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया और नाम सुर्खियों में शुमार हुआ था.
UPSC परीक्षा में मिली थी इतनी रैंक
सबसे अमिर आईएएस अधिकारी अमित कटारिया का नाम देश के 10 सबसे अमीर अधिकारियों की लिस्ट में शुमार है. छत्तिसगढ़ कैडर के अधिकारी ने साल 2003 में अपनी UPSC की परीक्षा पूरी की थी. परीक्षा में उन्हें 18वीं रैंक हासिल हुई. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल आरके पुरम से पूरी की है. उन्हें लेकर कहा जाता है कि बचपन से ही वह अपनी पढ़ाई में काफी तेज थे. दिल्ली के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में उन्होंने अपनी B.Tech की पढ़ाई पूरी की थी. पिता भी सरकारी टीचर थे.
कैसे आया करोड़पति की लिस्ट में नाम?
अब सवाल ये सामने आता है कि आखिर एक रुपये सैलरी लेने के बाद आखिर उनका नाम सबसे अमीर अधिकारियों की लिस्ट में कैसे आया? इसका जवाब है. उनका फैमिली बिजनेस. उनके परिवार का काफी बड़ा बिजनेस है. रियल एस्टेट के करोबार से उन्हें करोड़ों रुपयों की कमाई होती है. इस कारण उनका नाम सबसे अमीर अधिकारियों की लिस्ट में शुमार है. वहीं उनका यह बिजनेस दिल्ली समेत कई अन्य जगहों पर भी फैला हुआ है.
क्यों लेते थे एक रुपये सैलरी?
एक रुपये सैलरी लेने के पीछे की भी कहानी उन्होंने बताई है. इस पर उनका कहना है कि जब उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी ज्वाइन की थी, तो उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ देश की सेवा था. देशसेवा करने के लिए वह अधिकारी बने. वहीं सैलरी लेने को लेकर उनका कहना है कि सबसे बड़ी सेवा ही यही है कि वह सैलरी न लें.