जब क्लर्क की नौकरी चली जाती है तो पीएम क्यों बचेगा? नया कानून सभी पर लागू; पढ़ें PM मोदी के भाषण की 10 बड़ी बातें
बिहार के गयाजी से पीएम नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचारियों पर करारा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि नया संविधान संशोधन कानून बनने के बाद यदि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या कोई मंत्री 30 दिन से ज्यादा जेल में रहा तो 31वें दिन उसकी कुर्सी अपने आप खत्म हो जाएगी. पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जेल से सरकार चलाने का दौर अब खत्म होगा.

देश की सियासत में इन दिनों सबसे बड़ा मुद्दा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को लेकर लाए गए नए संविधान संशोधन विधेयक का है. यह विधेयक कहता है कि यदि कोई जनप्रतिनिधि गंभीर आरोपों में गिरफ्तार होकर 30 दिन से अधिक समय तक जेल में रहता है तो उसकी सदस्यता और पद अपने आप खत्म हो जाएगा. संसद के मानसून सत्र में पेश इस बिल ने विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच जबरदस्त टकराव खड़ा कर दिया है.
बिहार के गयाजी से बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बिल का जोरदार बचाव किया और विपक्ष पर तीखे हमले बोले. पीएम मोदी ने कहा कि जब एक क्लर्क जेल जाते ही नौकरी से बाहर हो जाता है तो प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री क्यों सत्ता का सुख उठाते रहें. उन्होंने कांग्रेस और राजद को भ्रष्टाचार का गढ़ बताते हुए कहा कि अब जेल जाने पर कुर्सी भी जाएगी और जनता का हक भी सुरक्षित रहेगा.
पीएम मोदी के बयान की 10 बड़ी बातें
- जेल जाने पर कुर्सी क्यों बचे: पीएम मोदी ने कहा कि अगर क्लर्क जैसे सरकारी कर्मचारी का पद हिरासत में जाने पर खत्म हो सकता है तो प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्री क्यों अपवाद हों.
- 30 दिन की सीमा तय: नए विधेयक में प्रावधान है कि यदि कोई जनप्रतिनिधि 30 दिन तक जेल में रहता है तो 31वें दिन उसका पद स्वत: समाप्त हो जाएगा.
- संविधान की मर्यादा पर जोर: मोदी ने कहा कि संविधान ईमानदारी और पारदर्शिता की उम्मीद करता है. सत्ता में बैठे लोग भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद जेल से फाइलें साइन करें, यह स्वीकार्य नहीं है.
- विपक्ष पर निशाना: कांग्रेस, वाम दल और आरजेडी का नाम लेते हुए पीएम ने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार में डूबे हैं, वे ही इस कानून का सबसे ज्यादा विरोध कर रहे हैं.
- जमानत पर घूमने वाले नेताओं पर वार: पीएम ने कहा कि कई नेता जमानत पर बाहर घूम रहे हैं और यही कारण है कि उन्हें नए कानून से डर लग रहा है.
- भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा: मोदी ने कहा कि 2014 से अब तक उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग नहीं लगा है, जबकि कांग्रेस और आरजेडी का इतिहास भ्रष्टाचार से भरा हुआ है.
- जेल से सरकार चलाने की संस्कृति पर प्रहार: उन्होंने कहा कि हाल ही में हमने देखा कि कैसे जेल से ही आदेश जारी हुए, अधिकारियों को निर्देश दिए गए और फाइलें साइन हुईं. यह लोकतंत्र और संविधान का अपमान है.
- जनता से सवाल: पीएम मोदी ने जनता से पूछा कि क्या जेल से ही सरकार चलनी चाहिए. उन्होंने कहा कि जनता ही तय करे कि दोषी नेताओं को सत्ता का सुख उठाना चाहिए या नहीं.
- घुसपैठियों पर भी कड़ा रुख: गयाजी की सभा से मोदी ने कहा कि डेमोग्राफी मिशन के तहत घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला जाएगा और बिहार को कांग्रेस-आरजेडी की तुष्टिकरण की राजनीति से बचाया जाएगा.
- भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक जंग: मोदी ने ऐलान किया कि यह कानून सिर्फ विपक्ष के लिए नहीं बल्कि खुद प्रधानमंत्री पर भी लागू होगा. उन्होंने कहा कि अगर मैं भी भ्रष्टाचार में जेल जाऊं और बेल न लूं तो मुझे भी 31वें दिन कुर्सी छोड़नी पड़ेगी.