आपको क्या परेशानी है? राहुल गांधी की वियतनाम यात्रा पर भिड़े बीजेपी और कांग्रेस नेता
बीजेपी ने आरोप लगाया कि डॉ. सिंह के निधन पर सात दिन के राष्ट्रीय शोक के दौरान वियतनाम की यात्रा कर रहे हैं. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर मनमोहन सिंह के निधन का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया.

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है. बीजेपी ने आरोप लगाया कि डॉ. सिंह के निधन पर सात दिन के राष्ट्रीय शोक के दौरान वियतनाम की यात्रा कर रहे हैं. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर मनमोहन सिंह के निधन का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया.
मालवीय ने एक्स पर लिखा, "जब देश प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक मना रहा है, तब राहुल गांधी नए साल का जश्न मनाने के लिए वियतनाम गए हैं. राहुल गांधी ने अपनी सुविधानुसार राजनीति के लिए डॉ. सिंह की मृत्यु का राजनीतिकरण किया और उसका फायदा उठाया, लेकिन उनके प्रति उनकी अवमानना अस्वीकार्य है. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार और कांग्रेस सिखों से नफरत करते हैं. यह कभी न भूलें कि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब का अपमान किया था."
राहुल गांधी से क्या है परेशानी
कांग्रेस प्रतिनिधि मनचिकम टैगोर ने भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि संघी लोग कब इस 'विचलन की राजनीति' को बंद करेंगे? जिस तरह से मोदी ने डॉ. साहब को यमुना तट पर दाह संस्कार के लिए जगह देने से इनकार किया और जिस तरह से उनके मंत्रियों ने डॉ. साहब के परिवार को किनारे लगाया, वह शर्मनाक है. अगर राहुल गांधी निजी तौर पर यात्रा करते हैं, तो आपको इससे क्या परेशानी है? नए साल में स्वस्थ हो जाइए.
प्राइवेसी के लिए नहीं गया गांधी परिवार
यह घटना उस समय हुई जब बीजेपी ने गांधी परिवार पर मनमोहन सिंह के अवशेष लेने के लिए नहीं आने का आरोप लगाया था. तब कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि वे मनमोहन सिंह के परिवार के साथ अस्थि विसर्जन के लिए नहीं गए, ताकि उनके परिवार को प्राइवेसी मिल सके.
अंतिम संस्कार को लेकर हुआ था विवाद
वहीं, बीजेपी और कांग्रेस के बीच डॉ. सिंह के अंतिम संस्कार के लिए निर्धारित स्थल पर अंतिम संस्कार किए जाने की मांग को लेकर राजनीतिक वाद-विवाद शुरू हो गया था. कांग्रेस ने बीजेपी पर 'अनादर और घोर अपमान' का आरोप लगाया. वहीं, सत्तारूढ़ दल ने कांग्रेस पर पूर्व प्रधानमंत्री के अंतिम संस्कार को लेकर 'सस्ती राजनीति' करने का आरोप लगाया. केंद्र ने घोषणा की थी कि सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर किया जाएगा, जबकि कांग्रेस ने भविष्य में स्मारक के लिए एक समर्पित स्थान के लिए अनुरोध किया था.