गगनयान मिशन क्या है, कब लॉन्च होगा और कैसी है इसरो की तैयारी? एक क्लिक में जानें सबकुछ
Gaganyaan Mission: इसरो का गगनयान मिशन अगर सफल रहा तो वह 2026 तक मानवयुक्त गगनयान को अंतरिक्ष में भेजेगा. इस मिशन के लिए चार लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है. आइए, इस मिशन से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं...
Gaganyaan Mission Isro: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो अपने महत्वाकांक्षी मिशन गगनयान को अगले साल मार्च महीने में लॉन्च कर सकता है. यह मिशन मानवरहित होगा. इसके लिए इसरो प्रशांत महासागर में वैज्ञानिकों को भेजेगी. वैज्ञानिक प्रशांत और उत्तर अटलांटिक महासागर में ऑब्जर्वेशन प्वाइंट से मिशन पर निगरानी रखेंगे.
अगर इसरो का मिशन गगनयान सफल रहा तो वह 2026 तक मानवयुक्त गगनयान को अंतरिक्ष में भेजेगा. इस मिशन के लिए चार लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है. पहला मिशन तीन दिनों का होगा.
गगनयान मिशन अंतरिक्ष यात्री
जिन यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा, उनमें ग्रुप कैप्टन प्रशांत नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 फरवरी को सभी को एस्ट्रोनॉट विंग प्रदान किए थे.
'टाइम भी हमारा है, रॉकेट भी हमारा है'
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश पहली बार अपने 4 गगनयान यात्रियों से परिचित हुआ है. उन्होंने कहा कि 40 साल बाद कोई भारतीय अंतरिक्ष में जाने वाला है. लेकिन इस बार टाइम भी हमारा है, काउंटडाउन भी हमारा है और रॉकेट भी हमारा है.
गगनयान में शामिल सभी उपकरण मेड इन इंडिया
पीएम मोदी ने कहा कि गगनयान में इस्तेमाल होने वाले ज्यादातर उपकरण मेड इन इंडिया हैं. उन्होंने कहा कि आज जब भारत दुनिया की टॉप-3 इकोनॉमी बनने के लिए उड़ान भर रहा है, उसी समय भारत का गगनयान भी हमारे स्पेस सेक्टर को एक नई बुलंदी पर ले जाने वाला है.
गगनयान मिशन को कहां से लॉन्च किया जाएगा?
गगनयान मिशन को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा. इस मिशन के जरिए धरती से 400 किलोमीटर दूर अंतरिक्ष में यात्रियों को भेजा जाएगा. उसके बाद उन्हें समुद्र में लैंड करवाया जाएगा. इससे पहले, दो जहाजों से वैज्ञानिकों को रवाना किया जाएगा. एक जहाज में आठ वैज्ञानिक जाएंगे. वैज्ञानिकों को अपनी लोकेशन तक पहुंचने में करीब दो हफ्ते का समय लग सकता है. इसरो इन जहाजों से कम्युनिकेशन सर्किट तैयार करेगा, जिसका संपर्क MOX-ISTRC और SCC-ISTRAC बेंगलुरु से रहेगा.
21 अक्टूबर को लॉन्च हुआ था पहला टेस्ट मिशन टीवी-डी-1
इसरो ने गगनयान मिशन के पहले टेस्ट मिशन टीवी-डी-1 को 21 अक्टूबर 2023 को लॉन्च किया था. मिशन को लेकर इसरो और ऑस्ट्रेलियाई अंतरिक्ष एजेंसी (ASA) के बीच 20 नवंबर को एक समझौता भी हुआ है.
गगनयान मिशन को कब लॉन्च किया जाएगा?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, गगनयान मिशन को एक मार्च 2025 से 31 अगस्त 2025 के बीच लॉन्च किया जाएगा. इसके लिए न्यूयॉर्क के पोर्ट से शिप को उत्तरी अटलांटिक महासागर में भेजा जाएगा, जिसे 3000 किमी दूर अपनी लोकेशन तक पहुंचने में 14 दिन लग जाएंगे. इसरो के साइंटिस्ट भी न्यूयॉर्क से ही शिप में सवार होंगे.





