उड़ान के दौरान शराब परोसने या पीने को लेकर क्या हैं नियम? चर्चा में है गुजरात-बैंकॉक फ्लाइट
In-flight consumption policies: एयर इंडिया एक्सप्रेस की सूरत-बैंकॉक की पहली उड़ान में शराब की बिक्री में तेज हो गई है. ऐसे यहां उड़ान के दौरान शराब पीने की नीतियों पर एक नजर डालते हैं.

In-flight consumption policies: एयरलाइन यात्रियों ने लंबे समय से उड़ान के दौरान शराब पीने सहित इन-फ़्लाइट सेवाओं की सुविधा का खूब आनंद लिया है. हालांकि, हाल ही में सूरत से बैंकॉक के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस की पहली उड़ान में ही यात्रियों ने कथित तौर पर शराब का पूरा स्टॉक पी लिया.
फ्लाइट में इस दौरान शराब खत्म हो गए और लोगों को इसकी कमी हो गई, जिसके कई VIDEO सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अब इस घटना के बाद विमान में शराब के स्टॉक और खपत को नियंत्रित करने वाली नीतियों पर चर्चा होने लगी है.
उड़ान के दौरान शराब परोसने के लिए क्या है नियम?
इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी कार्गो में ग्लोबल कॉरपोरेट की अकाउंट मैनेजमेंट की निदेशक डॉ. वंदना सिंह ने बताया, 'एक आम उड़ान में यात्रियों को मिलने वाली शराब की मात्रा एयरलाइन उड़ान की अवधि और सेवा की कैटेगरी के आधार पर बहुत अलग-अलग हो सकती है. हालांकि, प्रति यात्री परोसे जाने वाले पेय की कोई सीमा नहीं है, लेकिन कुछ एयरलाइन सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश लागू करती हैं.'
कुछ फ्लाइट में कम से कम तीन घंटे का ब्रेक लेना जरूरी
उन्होंने आगे बताया, 'चार घंटे से कम समय की उड़ानों के लिए एयरलाइनों की ओर एक बार में प्रति यात्री दो पेय तक सेवा सीमित करना आम बात है. एक बार तीन ड्रिंक परोसे जाने के बाद और ड्रिंक दिए जाने से पहले कम से कम तीन घंटे का ब्रेक लेना जरूरी हो सकता है. हालांकि, ये प्रतिबंध बिजनेस क्लास में यात्रा करने वाले यात्रियों पर लागू नहीं हो सकते हैं.'
फ्लाइट अटेंडेंट को नशे के लक्षणों को पहचानने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और उन्हें उन यात्रियों को सेवा देने से मना करने का अधिकार होता है जो यात्री अधिक नशे में दिखते हैं.