Vijay Mallya Raj Shamani Podcast : विदेश जाने से पहले माल्या की जेटली से मीटिंग का सच क्या है?
राज शमानी के पॉडकास्ट में विजय माल्या ने पहली बार खुलकर बताया कि उन्होंने देश छोड़ने से पहले संसद भवन में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली से 'चलते-चलते' क्या कहा था, LOC में हुए बदलाव के बारे में क्या जानते हैं, और कैसे मीडिया ने उनकी छवि को बिना सबूत के अपराधी घोषित कर दिया.

मैंने ढाई गुना पैसा लौटाया, फिर भी चोर कहलाया – इस एक लाइन के साथ विजय माल्या ने पहली बार राज शमानी के पॉडकास्ट में चुप्पी तोड़ी और देश छोड़ने से पहले की विवादित घटनाओं पर खुलकर बात की. लेकिन इस पूरे इंटरव्यू का सबसे बड़ा खुलासा था – क्या विजय माल्या ने देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी? और क्या उसी मुलाकात के बाद उनका लुकआउट सर्कुलर (LOC) बदल गया था?
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि विजय माल्या ने देश छोड़ने से ठीक पहले तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली से गुपचुप मुलाकात की थी, और उसी के बाद उनका Lookout Circular (LOC) "रोकने" से बदलकर "सूचना देने" वाले निर्देश में तब्दील हो गया. यह चर्चा राज शमानी के पॉडकास्ट के बाद फिर तेज़ हो गई है, जिसमें माल्या ने खुद इस मुद्दे पर खुलकर बात की है.
LOC में बदलाव हुआ था?
पॉडकास्ट में राज शमानी ने माल्या से सीधा सवाल किया कि CBI का मामला सिर्फ गलत लोन नहीं बल्कि “misrepresentation” यानी धोखाधड़ी पर आधारित था. इसी आधार पर उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था, ताकि वो देश छोड़कर न जा सकें.
राज ने एक आर्टिकल का हवाला देते हुए कहा कि 2015 में जारी Lookout Circular (LOC) में बदलाव कर दिया गया था. पहले आदेश था – "माल्या को देश से बाहर नहीं जाने देना है," लेकिन फिर उसमें संशोधन हुआ – "माल्या को जाने से रोका नहीं जाए, बस उनके जाने की जानकारी CBI को दी जाए." इस बदलाव की तारीख थी 24 नवंबर 2015.
माल्या का जवाब साफ था – "मुझे इस LOC के बारे में कुछ नहीं पता. ये सब बातें आप पहली बार मुझे बता रहे हैं." उन्होंने कहा कि वो 2015 में चार बार देश से बाहर गए और कभी कोई रुकावट नहीं हुई. LOC बदला या नहीं – इसका उन्हें कोई ज्ञान नहीं था.
जेटली से मुलाकात?
मैंने देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली को बताया था कि मैं एयरपोर्ट जा रहा हूं, और फिर मैं दिल्ली से लंदन के लिए उड़ गया. मैं FIA वर्ल्ड काउंसिल की मीटिंग के लिए जेनेवा जा रहा था, जो कई महीने पहले से तय थी. मैंने वित्त मंत्री को इसलिए बताया क्योंकि मैं सीधे संसद भवन से दिल्ली एयरपोर्ट गया था.
जब यह बात फिर से मीडिया में आई, तो एक बार फिर तूफान खड़ा हो गया. लोग अरुण जेटली के पास भागे. उन्होंने शुरुआत में मुझे मिलने से इनकार कर दिया. लेकिन एक कांग्रेस सांसद पी.एल. पुनिया ने मीडिया से कहा, 'नहीं, मैंने दोनों को साथ देखा है.' इसके बाद जेटली को अपना बयान बदलना पड़ा और उन्होंने माना – हां, मैं मिला था, लेकिन सिर्फ चलते-चलते. वह एक क्षणिक (fleeting) मुलाकात थी. मैंने कभी यह नहीं कहा कि मैं जेटली जी के ऑफिस गया, उनके सामने बैठा, चाय पी.
मैंने सिर्फ इतना कहा कि जब मैं निकल रहा था, तब मैंने वित्त मंत्री को बताया कि मैं लंदन जा रहा हूं, जेनेवा में एक मीटिंग है और मैं वापस आ जाऊंगा
क्या माल्या और जेटली की मुलाकात हुई थी?
हां, हुई थी – लेकिन कैसी, यह विवाद का विषय है.
माल्या ने पॉडकास्ट में खुद कहा: “मैंने संसद भवन में अरुण जेटली को चलते-चलते बताया कि मैं लंदन जा रहा हूं, और मैं वापस आ जाऊंगा”
इसी मुद्दे पर 2018 में जेटली ने बयान दिया था कि: “विजय माल्या बिना अनुमति के संसद परिसर में मेरे पास आया और कुछ सेकंड के लिए बात की. मैंने उसे झिड़क दिया.”
बाद में पी.एल. पुनिया ने दावा किया कि उन्होंने जेटली और माल्या को लंबी बातचीत करते देखा था, जिसे जेटली ने नकार दिया.
बर्थडे पार्टी के बाद बवाल और सुप्रीम कोर्ट
राज शमानी ने माल्या से यह भी पूछा कि क्या उन्होंने जानबूझकर 3 मार्च 2016 को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से ठीक पहले 2 मार्च को देश छोड़ा? इस पर माल्या ने दो टूक कहा: "मुझे कोर्ट से कोई समन नहीं मिला था, मैं सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बारे में नहीं जानता."
उन्होंने यह भी बताया कि वो जेनेवा में FIA की वर्ल्ड काउंसिल मीटिंग के लिए जा रहे थे, जो पहले से फिक्स थी. उन्होंने संसद से सीधे एयरपोर्ट रवाना होने की बात कबूल की और दावा किया कि उन्होंने ये बात खुले तौर पर जेटली को बताई थी.
मीडिया पर आरोप
पॉडकास्ट में माल्या ने बार-बार मीडिया पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि: "मेरे केस में मीडिया ने बातें बनाई हैं, बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है. जो सच्चाई है, उसे कभी बताया नहीं गया." विजय माल्या का यह पॉडकास्ट उन तमाम सवालों का जवाब देता है जो सालों से अधूरे थे. लुकआउट सर्कुलर से लेकर वित्त मंत्री से मुलाकात और सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई – हर मुद्दे पर उन्होंने अपनी सफाई दी.