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'चीन से साइन हो गया, अब भारत की बारी'; ट्रंप का बयान सुनकर बाजार में हलचल, जानें क्या है डील में खास

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि भारत के साथ एक "बहुत बड़ी" व्यापारिक डील जल्द हो सकती है, ठीक वैसे ही जैसे हाल ही में चीन के साथ समझौता हुआ. इस बयान से वैश्विक बाजार में हलचल मच गई है. संभावित समझौते में कृषि, डिजिटल ट्रेड, रक्षा और टैरिफ जैसे अहम मुद्दे शामिल हो सकते हैं.

चीन से साइन हो गया, अब भारत की बारी; ट्रंप का बयान सुनकर बाजार में हलचल, जानें क्या है डील में खास
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Published on: 27 Jun 2025 7:58 AM

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत को लेकर बड़ा बयान देकर चर्चाओं को गर्म कर दिया है. ट्रंप ने चीन के साथ एक अहम ट्रेड डील साइन करने के कुछ ही दिन बाद कहा कि भारत के साथ भी एक 'बहुत बड़ी' ट्रेड डील जल्द हो सकती है. वॉशिंगटन डीसी में “Big Beautiful Bill” कार्यक्रम में बोलते हुए ट्रंप ने यह संकेत दिया कि अमेरिका अब भारत को "ओपन अप" करने की तैयारी में है। उन्होंने कहा कि इस संभावित समझौते से दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते और गहरे होंगे.

इस बीच, भारत का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका में व्यापार समझौते पर चर्चा के लिए मौजूद है, जिसमें डिजिटल ट्रेड, दवाएं, कृषि उत्पाद, और रक्षा से जुड़े मुद्दों पर बातचीत जारी है. इस डील के जरिए भारत को न केवल अमेरिकी बाजारों तक बेहतर पहुंच मिल सकती है, बल्कि यह भारतीय मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात सेक्टर के लिए भी एक बड़ा बूस्ट साबित हो सकता है. तो आइए जानते हैं कि ट्रंप के बयान के बाद भारत को इस प्रस्तावित "बहुत बड़े" ट्रेड डील से क्या-क्या संभावित फायदे मिल सकते हैं-

  • भारत और अमेरिका के बीच डिजिटल ट्रेड एक बड़ा फोकस है. इससे भारतीय IT कंपनियों को अमेरिकी बाजार में और अवसर मिल सकते हैं, साथ ही डेटा स्थानीयकरण जैसे मुद्दों पर संतुलित समाधान निकल सकता है.
  • अमेरिका की मांगों के अनुसार अगर भारत दवाओं की पेटेंट और गुणवत्ता में और सुधार करता है, तो भारतीय फार्मा कंपनियों को अमेरिका में बड़े स्केल पर निर्यात की मंजूरी मिल सकती है.
  • हालांकि अमेरिकी जीएम (Genetically Modified) फसलों पर भारत को आपत्ति है, लेकिन अगर समझौता होता है तो भारत से ऑर्गेनिक और पारंपरिक उत्पादों की मांग अमेरिका में बढ़ सकती है.
  • अमेरिका-भारत रक्षा सहयोग में पहले से तेजी है. यह डील रक्षा क्षेत्र में निवेश और टेक्नोलॉजी साझेदारी को और मजबूत कर सकती है.
  • चीन के साथ हालिया डील में अमेरिका ने रेयर अर्थ सामग्री पर समझौता किया है। भारत भी इस सप्लाई चेन में शामिल हो सकता है और रणनीतिक संसाधनों में अमेरिका का विश्वसनीय भागीदार बन सकता है.
  • ट्रंप ने बयान में कहा कि We have one coming up, maybe with India. Very big one. Where we're going to open up India," डोनाल्ड ट्रंप, Big Beautiful Bill इवेंट में.
  • भारत ने साफ किया है कि वह किसी भी ऐसे समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करेगा जो देश के आर्थिक या रणनीतिक हितों के खिलाफ हो. कृषि, खासकर मक्का और सोयाबीन पर अमेरिकी मांग भारत के लिए चुनौती बनी हुई है.
  • 9 जुलाई की समय सीमा से पहले दोनों देशों पर दबाव है कि समझौते पर आम सहमति बन जाए, वरना भारत कुछ अमेरिकी वस्तुओं पर 26% तक टैक्स लगा सकता है.
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