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'उस दौर का वक्फ बोर्ड लूट कर खाता था', मुफ्ती शमून कासमी का बयान किरेन रिजिजू को आया पसंद

वक्फ विधेयक पर उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मुफ्ती शमून कासमी ने बयान जारी किया है. इस बयान को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने उनके इस बयान को खूब पसंद किया है. बता दें कि केंद्रीय मंत्री ने इस बयान को सोशल मीडिया पर साझा भी करते हुए कहा कि इसे सुने. इन्होंने वक्फ संपत्तियों के सच को उजागर किया

उस दौर का वक्फ बोर्ड लूट कर खाता था,  मुफ्ती शमून कासमी का बयान किरेन रिजिजू को आया पसंद
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महमूद शमून कासमी ने वक्फ बोर्ड पर दिया बयानः फोटोः ANI
सार्थक अरोड़ा
सार्थक अरोड़ा

Updated on: 2 April 2025 1:07 PM IST

देश में वक्फ कानून पर चल रही बहस अभी भी थमी नहीं है. संपत्ति की इस बहस में उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मुफ्ती शमून कासली की प्रतिक्रिया सामने आई है. वहीं उनकी इस प्रतिक्रिया पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने उनके इस बयान की वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया.

सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने साझा किया. जिसमें उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के चेयरमैन मुफ्ती शमून कासली को यह कहते हुए सुना गया कि देश में साढ़े 9 लाख संपत्तियां जिस समुदाय के पास हों, वह यदि इस समय दयनीय स्थिति में है तो यह किसके कारण है? इसके पीछे किसका हाथ है. उन्होंने कहा कि इसके पीछे और कोई नहीं बल्कि इन दलालों की वजह से ऐसी स्थिति है. इस दौरान कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए शमून कासली ने कहा कि अपने 60 साल के कार्यकाल के अंदर इन संपत्तियों को कांग्रेस ने बर्बाद किया है.

उस दौर का वक्फ बोर्ड लूट कर खाता था

उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि उस दौर में जो वक्फ बोर्ड हुआ करता था. वह लूट करके खाता था. उन्होंने कहा कि 'अगर हमारे कब्रिस्तान हजारों बीघए जमीन के अंदर फैले हुए हैं. दि उनमें पेड़-पौधे लगा देते तो क्या होता. उन्होंने कहा कि एक जगह गए तो देखा कि हजारों गज की जगह खाली पड़ी है, वहां मैंने जाकर मुसलमानों से कहा कि आप लोग इसमें पेड़ ही लगा देंगे तो आप लोगों की ही कमाई होगी.' वहीं इस वीडियो को केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर साझा किया है.

जमीनी स्थिति के आधार पर बोल रहे सच

केंद्रीय मंत्री ने इस वीडियो को साझा करते हुए कैप्शन में कहा कि आप मुफ्ती शमून कासमी के वक्फ बयान को लेकर प्रतिक्रिया को सुने. इन्होंने वक्फ संपत्तियों के बारे में वास्तवि जमीनी स्थिति का सच बताया है.

पक्ष-विपक्ष में छिड़ी बहस

चुनावी माहौल के बीच भले ही बहस हल्कि थमी हो. लेकिन पक्ष और विपक्ष के बीच अभी भी इसे लेकर विवाद जारी है. जहां भाजपा की ओर से इसका पुरजोर समर्थन किया जा रहा है, तो विपक्ष इसकी लगातार आलोचना करता है. मुस्लिम समुदाय की अगर बात की जाए तो उन्हें इस कानून पर कुछ ऐसे तर्क चाहिए जिनका कुछ निष्कर्ष निकलकर सामने आए. वहीं वक्फ कानून के आने से संपत्तियों का रखरखाव बेहतर किया जा सकता है. साथ ही जमीनों पर कब्जे भी छुड़ाए जा सकेंगे.

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