दिशा सालियान की मौत मामले में बेटे का नाम आते ही बौखला गए उद्धव ठाकरे, फडणवीस सरकार पर फोड़ दिया ठीकरा
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने दिशा सालियान मौत मामले को लेकर भाजपा पर निशाना साधा. उद्धव ने कहा कि हर बार विधानसभा सत्र के दौरान यह मुद्दा उठाया जाता है, ताकि असली समस्याओं से ध्यान भटकाया जा सके. आदित्य ने सरकार पर नाकामी छिपाने का आरोप लगाया और महाराष्ट्र के विकास पर चर्चा की मांग की.

शिवसेना (यूबीटी) के विधायक आदित्य ठाकरे और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने दिशा सालियान मौत मामले को लेकर महायुति सरकार पर पलटवार किया. आदित्य ने कहा कि पिछले पांच वर्षों से उनकी छवि खराब करने की कोशिश हो रही है और वे कानूनी प्रक्रिया का सामना करने के लिए तैयार हैं. वहीं, उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा इस मुद्दे का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही है.
उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाया कि विधानसभा सत्र के दौरान ही दिशा सालियान का मुद्दा बार-बार क्यों उठाया जाता है, जबकि राज्य के किसान संकट में हैं और कई अन्य गंभीर समस्याएं हैं. उन्होंने सरकार से पूछा कि संतोष देशमुख जैसे मामलों में न्याय दिलाने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं. उनका कहना था कि वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है.
सरकार की नाकामी उजागर करने की मिल रही सजा
आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने बजट सत्र के दौरान सरकार की नाकामी को उजागर किया है. उन्होंने कहा कि केवल वे ही नहीं, बल्कि आरएसएस तक ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं. आदित्य ने भाजपा पर तंज कसते हुए पूछा कि क्या अब वे आरएसएस के नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे, क्योंकि उन्होंने भी कुछ मुद्दों पर सरकार की आलोचना की है.
मौत पर हो रही पॉलिटिक्स
शिवसेना सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि दिशा सालियान के पिता पर दबाव डाला जा रहा है कि वे फिर से केस खोलने की मांग करें. उन्होंने इसे ठाकरे परिवार को बदनाम करने की साजिश बताया. एनसीपी (सपा) विधायक रोहित पवार ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस तरह से सुशांत सिंह राजपूत की मौत को चुनावी मुद्दा बनाया गया था, वैसे ही दिशा सालियान के मामले का भी राजनीतिकरण किया जा रहा है.
दिशा के मुद्दे पर सदन नहीं चलाना चाहती सरकार
आदित्य ठाकरे ने भाजपा सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर सत्ताधारी दल दिशा सालियान मुद्दे पर सदन की कार्यवाही स्थगित करना चाहता है, तो वे ऐसा कर सकते हैं, लेकिन जनता असली सवाल पूछ रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में किए गए वादों को बजट में शामिल नहीं किया है. उन्होंने महाराष्ट्र के हितों और विकास के मुद्दों पर चर्चा की मांग की और कहा कि सरकार को जनता के असली मुद्दों पर जवाब देना चाहिए.