राज्यसभा में नोटों की गड्डी मिलने पर मचा जबरदस्त बवाल, सीट नंबर 222 किसकी?
राज्यसभा में कांग्रेस के बेंच पर नोटों की गड्डी मिलने से सदन में भारी हंगामा हो रहा है. सभापति जगदीप धनखड़ ने खुद यह जानकारी दी और कहा कि यह एक गंभीर मामला है, जिसकी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को जब सदन की कार्यवाही स्थगित की गई.

राज्यसभा में कांग्रेस के बेंच पर नोटों की गड्डी मिलने से सदन में भारी हंगामा हो रहा है. सभापति जगदीप धनखड़ ने खुद यह जानकारी दी और कहा कि यह एक गंभीर मामला है, जिसकी जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को जब सदन की कार्यवाही स्थगित की गई, तब सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें सूचित किया कि सीट नंबर 222 से कैश बरामद हुआ है, जो तेलंगाना से सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को अलॉट की गई थी. सभापति ने कहा कि इस मामले में नियमों के तहत जांच की जा रही है.
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि, ''मैं यहां सदस्यों को सूचित करता हूं कि कल सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सदन की नियमित तोड़फोड़ रोधी जांच के दौरान सुरक्षा अधिकारियों ने सीट संख्या 222 से नोटों की एक गड्डी बरामद की थी.'' जो वर्तमान में तेलंगाना राज्य से निर्वाचित अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित किया गया है..मामला मेरे संज्ञान में लाया गया था, और मैंने सुनिश्चित किया कि एक जांच हो और वही चल रही है.'
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि,'मैं यहां सदस्यों को सूचित करता हूं कि कल सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सदन की नियमित तोड़फोड़ रोधी जांच के दौरान सुरक्षा अधिकारियों ने सीट संख्या 222 से नोटों की एक गड्डी बरामद की थी. जो वर्तमान में तेलंगाना राज्य से निर्वाचित अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित किया गया है. मामला मेरे संज्ञान में लाया गया था, और मैंने सुनिश्चित किया कि एक जांच हो और वही चल रही है.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि, 'नियमित प्रोटोकॉल के अनुसार, तोड़फोड़ रोधी टीम ने कार्यवाही और सदन को समाप्त करने के लिए सीटों की जाँच की. उस प्रक्रिया के दौरान, नोट मिला और सीट संख्या को समझा गया और सदस्यों ने उस दिन हस्ताक्षर भी किए. मुझे समझ नहीं आता कि इस बात पर आपत्ति क्यों होनी चाहिए कि सभापति ने सीट संख्या और उस विशेष सीट पर बैठने वाले सदस्य का नाम सही ही बताया है इसमें ग़लत है?
ऐसा क्यों होना चाहिए? आपत्ति? क्या आपको नहीं लगता कि जब हम डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ रहे हैं तो सदन में नोटों का बंडल लेकर जाना उचित है? मैं सभापति की बात से पूरी तरह सहमत हूं इसकी गंभीर जांच होनी चाहिए और सदस्यों द्वारा उठाई गई चिंताएं भी बहुत वास्तविक हैं."
क्या बोले वकील अभिषेक मनु सिंघवी?
कांग्रेस सांसद और वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि 'मैं इसके बारे में सुनकर भी काफी हैरान हूं. मैंने इसके बारे में कभी नहीं सुना. मैं कल दोपहर 12.57 बजे सदन के अंदर पहुंचा. सदन दोपहर 1 बजे उठा. मैं कैंटीन में अयोध्या प्रसाद के साथ बैठा और दोपहर का भोजन किया. दोपहर 1:30 बजे, मैं संसद से बाहर निकला. इसलिए कल सदन में मेरा कुल प्रवास 3 मिनट था और कैंटीन में मेरा प्रवास 30 मिनट था. मुझे यह अजीब लगता है कि ऐसे मुद्दों पर भी राजनीति की जाती है.
आगे कहा कि, 'निश्चित रूप से इस बात की जांच होनी चाहिए कि लोग कैसे आ सकते हैं और किसी भी सीट पर कुछ भी रख सकते हैं. इसका मतलब है कि हममें से प्रत्येक के पास एक सीट होनी चाहिए ताला लगा दिया गया है और चाबी सांसद द्वारा घर ले जाई जा सकती है क्योंकि तब हर कोई सीट पर बैठकर कुछ कर सकता है और इस बारे में आरोप लगा सकता है. यदि यह दुखद और गंभीर नहीं होता तो यह हास्यास्पद होता.'