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No Confirm Ticket, No Entry: अब रेलवे स्‍टेशनों पर नहीं होंगे भगदड़ वाले हालात, रेलवे उठाने जा रहा बड़े कदम

रेलवे स्‍टेशनों पर भीड़ को कंट्रोल करने की दिशा में रेलवे कई कदम उठाने जा रहा है. महाकुंभ के दौरान जिस तरह से स्‍टेशनों पर भीड़ उमड़ी और नई दिल्‍ली स्‍टेशन पर भगदड़ तक मच गई, रेलवे ने इनसे सबक लेते हुए अब बड़ी तैयारी की है.

No Confirm Ticket, No Entry: अब रेलवे स्‍टेशनों पर नहीं होंगे भगदड़ वाले हालात, रेलवे उठाने जा रहा बड़े कदम
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( Image Source:  ANI )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Updated on: 7 March 2025 5:02 PM IST

पिछले दिनों महाकुंभ जाने के लिए नई दिल्‍ली रेलवे स्‍टेशन पर इतनी ज्‍यादा भीड़ जुटी कि भगदड़ मच गई और 18 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ गया. त्‍योहारी मौसम यानी होली, दिवाली और दशहरे पर भी रेलवे स्‍टेशनों पर भारी भीड़ जुटती है जिससे कभी भी कोई अनहोनी होने का खतरा बना रहता है. इसके पीछे एक वजह यह भी होती है कि जितने लोग ट्रेन पर चढ़ने वाले नहीं होते उनसे ज्‍यादा उन्‍हें पहुंचाने वाले लोग स्‍टेशन पहुंच जाते हैं. हालांकि समय-समय पर रेलवे भीड़ को काबू में करने के लिए त्‍योहारों के मौसम में प्‍लेटफॉर्म टिकटों की बिक्री पर रोक भी लगाता है. लेकिन कई बार ये इंतजाम नाकाफी साबित होते हैं.

अब रेल मंत्रालय ने त्योहारी सीजन और महाकुंभ जैसे आयोजनों के दौरान पिछले अनुभवों से सबक लेते हुए देश भर के 60 स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के नए उपाय लागू करने का फैसला किया है. शुक्रवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण को लेकर उच्च स्तरीय बैठक हुई. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कुछ खास कदम उठाने का फैसला किया गया है...

  • वेटिंग एरिया : पिछले त्योहारी सीजन और महाकुंभ के अनुभवों के आधार पर, देशभर के 60 प्रमुख स्टेशनों के बाहर स्थायी वेटिंग एरिया बनाए जाएंगे, जहां अक्सर भारी भीड़ रहती है. इसे लेकर पायलट प्रोजेक्ट नई दिल्ली, आनंद विहार, वाराणसी, अयोध्या और पटना स्टेशनों पर शुरू हो चुका है. यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर केवल तब जाने दिया जाएगा जब ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आ जाएगी, जिससे स्टेशनों पर भीड़ को कम किया जा सकेगा.
  • पूरी तरह से एक्सेस कंट्रोल : 60 स्टेशनों पर पूर्ण रूप से एक्सेस कंट्रोल लागू किया जाएगा. केवल कन्फर्म रिजर्व टिकट वाले यात्रियों को ही प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति होगी. इसके अलावा सभी अनधिकृत प्रवेश द्वारों को सील किया जाएगा.
  • नए फुट ओवर ब्रिज डिजाइन : 12 मीटर (40 फीट) और 6 मीटर (20 फीट) चौड़े दो नए मानक फुट ओवर ब्रिज (FOB) डिज़ाइन विकसित किए गए हैं. ये चौड़े FOB, रैंप सहित, महाकुंभ के दौरान भीड़ प्रबंधन में अत्यधिक प्रभावी साबित हुए थे. अब ऐसे FOBs को सभी स्टेशनों पर लगाए जाएंगे.
  • कैमरों से निगरानी : महाकुंभ के दौरान कैमरों की मदद से भीड़ नियंत्रण में काफी सफलता मिली थी. इसलिए अब सभी प्रमुख स्टेशनों और आसपास के क्षेत्रों में बड़ी संख्या में कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि भीड़ की बारीकी से निगरानी की जा सके.
  • बड़े स्टेशनों पर बनेंगे 'वॉर रूम' : बड़े स्टेशनों पर 'वॉर रूम' बनाए जाएंगे, जहां विभिन्न विभागों के अधिकारी भीड़ नियंत्रण के दौरान समन्वय स्थापित करने के लिए कार्य करेंगे.
  • स्टेशन निदेशक की नियुक्ति और वित्तीय अधिकार : सभी प्रमुख स्टेशनों पर एक वरिष्ठ अधिकारी को स्टेशन निदेशक के रूप में नियुक्त किया जाएगा. स्टेशन निदेशक को वित्तीय अधिकार दिए जाएंगे ताकि वे भीड़ प्रबंधन और स्टेशन में सुधार के लिए तत्काल निर्णय ले सकें. स्टेशन निदेशक को स्टेशन की क्षमता और उपलब्ध ट्रेनों के अनुसार टिकट बिक्री को नियंत्रित करने का भी अधिकार होगा, ताकि स्टेशनों पर भीड़ को सीमित किया जा सके.
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