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Gaganyaan क्रू कैप्सूल से जुड़ रहा AI रोबोट Vyomitra, ISRO के इंसानी स्‍पेस मिशन के लिए होगा मील का पत्‍थर

ISRO का AI-सक्षम ह्यूमनॉइड रोबोट Vyomitra अब Gaganyaan क्रू कैप्सूल में एकीकृत किया जा रहा है. यह रोबोट मानव प्रतिनिधि के रूप में मिशन डेटा मॉनिटर करेगा, पर्यावरणीय पैरामीटर्स जैसे एयर प्रेशर और तापमान ट्रैक करेगा, मिशन कंट्रोल के साथ संवाद करेगा और जीवन-समर्थन तथा सुरक्षा प्रणालियों का परीक्षण करेगा. हिंदी और अंग्रेजी में संवाद करने में सक्षम Vyomitra माइक्रोग्रैविटी परिस्थितियों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है. यह भारत के मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक क्रांतिकारी कदम है.

Gaganyaan क्रू कैप्सूल से जुड़ रहा AI रोबोट Vyomitra, ISRO के इंसानी स्‍पेस मिशन के लिए होगा मील का पत्‍थर
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( Image Source:  Sora AI )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Published on: 27 Sept 2025 12:57 PM

भारत की महत्वाकांक्षी मानव अंतरिक्ष उड़ान Gaganyaan अब एक और बड़ा मुकाम हासिल करने जा रही है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने सबसे महत्त्वपूर्ण मिशन के लिए Vyomitra नामक AI-समर्थित मानवाकृति रोबोट को तैयार कर लिया है. Vyomitra, जिसका नाम संस्कृत के शब्द “Vyoma” (अंतरिक्ष) और “Mitra” (मित्र) से मिलकर बना है, इस मिशन के दौरान मानव की भूमिका निभाएगा और मिशन के प्रदर्शन और सुरक्षा प्रोटोकॉल का विश्लेषण करेगा.

Vyomitra को ISRO के Human Spaceflight Centre में पहुंचाया जा चुका है, और इसे Gaganyaan क्रू कैप्सूल में एकीकृत किया जा रहा है. यह आधा-मानवाकार रोबोट यानी ह्यूमनॉइड का सिर, धड़ और हाथ हैं, जबकि पैर नहीं हैं. इसे विशेष रूप से माइक्रोग्रैविटी की परिस्थितियों में कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.

Vyomitra का खोपड़ी आकार केवल 200 mm x 200 mm है और इसका वजन मात्र 800 ग्राम है. इसे हीट-रेसिस्टेंट और हल्के AlSi10Mg एल्यूमिनियम मिश्र धातु से बनाया गया है. इसके अंदर अत्याधुनिक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग किया गया है, जो इसे क्रू मॉड्यूल के डिस्प्ले और कमांड पढ़ने, मिशन कंट्रोल के साथ संचार करने और आवश्यक नियंत्रण संचालन करने में सक्षम बनाता है. Vyomitra हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में संवाद कर सकता है.

Vyomitra का कार्य

Vyomitra का मुख्य कार्य मानव प्रतिनिधि के रूप में मिशन में भूमिका निभाना है. इसका अर्थ है कि यह मिशन के सभी प्रक्रियाओं का विश्लेषण करेगा, जैसे कि फ्लाइट प्रोसिज़र, पर्यावरणीय पैरामीटर्स जैसे एयर प्रेशर और तापमान, और अन्य मिशन डेटा को ट्रैक करने वाले विशेष सेंसर का संचालन.

Vyomitra पर्यावरण नियंत्रण प्रणाली (Environmental Control Systems) को संचालित कर सकता है, एयर प्रेशर में बदलाव के लिए चेतावनी दे सकता है और स्विच पैनल के कार्यों में सहायता कर सकता है. यह कई ऐसे कार्य करेगा, जो मानव अंतरिक्ष यात्री सामान्य रूप से करता है.

Image Credit: ANI

Vyomitra मिशन कंट्रोल के साथ इंटरैक्ट करेगा, माइक्रोग्रैविटी में प्रयोग करेगा और यह डेटा इकट्ठा करेगा कि अंतरिक्ष यात्रा विभिन्न फिजियोलॉजिकल पैरामीटर्स को कैसे प्रभावित करती है. यह जानकारी ISRO के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगी, जब भारतीय अंतरिक्ष यात्री 2027 में पहली मानवयुक्त Gaganyaan उड़ान पर जाएंगे.

Vyomitra क्यों महत्वपूर्ण है?

Vyomitra का अंतरिक्ष में भेजा जाना ISRO की आधुनिक रोबोटिक्स और सुरक्षित अंतरिक्ष उड़ान के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है. इस रोबोट के माध्यम से ISRO जीवन-समर्थन और सुरक्षा प्रणालियों का परीक्षण वास्तविक परिस्थितियों में कर सकेगा, बिना किसी मानव जोखिम के. इससे यह सुनिश्चित होगा कि जब भारतीय अंतरिक्ष यात्री Gaganyaan में बैठेंगे, सभी महत्वपूर्ण सिस्टम पहले ही कठोर और वास्तविक परिश्रम से गुजर चुके होंगे.

Vyomitra मिशन तकनीकी और प्रेरणादायक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. यह भारतीय नवाचार, अंतरिक्ष विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के क्षेत्र में नई उपलब्धियों की दिशा में एक बड़ा कदम है. Vyomitra का डेटा भविष्य के मिशनों में भी उपयोगी साबित होगा, विशेषकर लंबी अवधि की मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ानों के लिए.

Vyomitra की खास खूबियां

  • AI-सक्षम नियंत्रण: Vyomitra में AI है, जो इसे मिशन के विभिन्न डेटा को पढ़ने और विश्लेषण करने में सक्षम बनाता है.
  • ह्यूमनॉइड डिज़ाइन: आधा-मानव आकार, जिसमें सिर, धड़ और हाथ शामिल हैं, मानव क्रू की स्थिति को अनुकरण करने में मदद करता है.
  • माइक्रोग्रैविटी के लिए उपयुक्त: Vyomitra विशेष रूप से अंतरिक्ष की परिस्थितियों में कार्य करने के लिए डिजाइन किया गया है.
  • दो भाषाओं में संचार: हिंदी और अंग्रेजी में संवाद करने की क्षमता, जिससे मिशन कंट्रोल के साथ सहज बातचीत संभव है.
  • सेंसर और पर्यावरण मॉनिटरिंग: एयर प्रेशर, तापमान और अन्य पर्यावरणीय पैरामीटर्स पर नजर रखना.
  • सुरक्षा प्रणाली परीक्षण: जीवन-समर्थन और सुरक्षा प्रणालियों की टेस्टिंग के लिए मानवीय रोल निभाना.
  • डाटा कलेक्शन और एनालिसिस: अंतरिक्ष यात्रा के प्रभावों का अध्ययन और महत्वपूर्ण डेटा का संग्रह.

Vyomitra का मिशन Gaganyaan के लिए एक बेंचमार्क की तरह होगा. यह न केवल ISRO के तकनीकी कौशल का परिचायक है, बल्कि भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की महत्वाकांक्षा और विश्व स्तर पर बढ़ती प्रतिस्पर्धा में भारत की स्थिति को भी मजबूती देगा.

भविष्य में Vyomitra की भूमिका

Vyomitra का अनुभव और डेटा ISRO के भविष्य के मानवयुक्त मिशनों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा. यह लंबी अवधि की मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ानों के लिए प्रशिक्षण और सुरक्षा के मानक तय करेगा. इसके अलावा, Vyomitra भारतीय युवाओं और वैज्ञानिक समुदाय के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जिससे देश में STEM (Science, Technology, Engineering, Mathematics) क्षेत्रों में रुचि बढ़ेगी.

Vyomitra Gaganyaan मिशन की सफलता में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा. यह तकनीकी उत्कृष्टता, सुरक्षा और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की महत्वाकांक्षा का प्रतीक है. इस मिशन के साथ भारत वैश्विक अंतरिक्ष मंच पर अपनी पकड़ और मजबूत करने की दिशा में अग्रसर है.

Vyomitra ISRO का AI-समर्थित ह्यूमनॉइड रोबोट है, जो Gaganyaan मिशन के दौरान मानव की भूमिका निभाएगा, सुरक्षा प्रणालियों का परीक्षण करेगा और मिशन डेटा संग्रह करेगा. इसकी विशेषताएं इसे अंतरिक्ष की माइक्रोग्रैविटी स्थितियों में प्रभावी बनाती हैं, और यह भारत के मानवयुक्त अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए क्रांतिकारी कदम साबित होगा.

इसरो
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