Video: मुंबई में 4 साल की मासूम की खौफनाक मौत! खिड़की पर बैठते ही 12वीं मंजिल से गिरी बच्ची और...
एक मामूली-सी असावधानी ने महज चार साल की बच्ची की जान ले ली और वो भी उसके अपने ही घर में. 12वीं मंज़िल से गिरने की यह दर्दनाक घटना सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई और अब सोशल मीडिया पर हर कोई बस एक ही सवाल पूछ रहा है 'क्या हम अपने बच्चों के लिए वाकई सुरक्षित माहौल बना पा रहे हैं.'

बचपन नाजुक होता है. एक छोटी सी मुस्कान, एक हल्की सी जिद, और ढेर सारी मासूमियत. लेकिन कभी-कभी, हमारी एक छोटी सी लापरवाही उस नन्हे जीवन को हमेशा के लिए छीन सकती है. ठाणे से आई दिल दहला देने वाली खबर ने एक बार फिर हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि बच्चों की सुरक्षा को हल्के में लेना कितना खतरनाक हो सकता है.
दरअसल जरा सी चूक ने एक छोटी मासूम बच्ची की जान ले ली. दरअसल ठाणे के एक अपार्टमेंट में एक महज चार साल की नन्ही बच्ची 12वीं मंजिल से गिर गई और उसकी मौत हो गई. यह सब कुछ एक कैमेरे में रिकॉर्ड हो गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
खिड़की के पास शू रैक पर बच्ची को बैठाया
बच्ची का नाम अनविका प्रजापति है, जो अपनी मां के साथ घर में थी. मां कहीं बाहर जाने की तैयारी कर रही थीं. तैयारी के बीच उसने अपनी बेटी अनविका को खिड़की के पास रखे जूतों की रैक पर बिठा दिया. शायद कुछ ही मिनटों के लिए, ताकि बच्ची आसपास न घूमे. सीसीटीवी फुटेज में साफ़ नजर आ रहा है कि बच्ची रैक से खिड़की के किनारे की ओर चढ़कर बैठ जाती है.
बच्ची की हुई मौत
इसके बाद अचानक से बच्ची का बैलेंस बिगड़ जाता है और वह सीधे 12वीं मंज़िल से नीचे गिर गई. तुरंत उसकी मां चिल्लाने लगती है. इसके बाद घर से लोग बाहर आ जाते हैं. कुछ नीचे की ओर भागने लगते हैं. इस उम्मीद के साथ की शायद बच्ची बच जाए.
सावधानी ही सुरक्षा है
इस दुखद घटना से यह समझ आता है कि सावधानी ही सुरक्षा है. ऊंची इमारतों में खिड़कियों और बालकनियों के पास सेफ्टी ग्रिल होना ज़रूरी है. बच्चों को कभी भी खिड़की या ऊंची सतह के पास अकेला न छोड़ें, चाहे एक पल के लिए ही क्यों न हो. घरों में बच्चों के लिए सुरक्षित ज़ोन बनाए जाएं जहां वे बिना खतरे के खेल सकें.