NTR की तरह करिश्मा कर पाएंगे थलपति विजय, तमिलनाडु की जनता को विकल्प देने में कितना कामयाब होगी TVK?
थलपति विजय ने शुरूआती भाषण में कहा था कि मैं राजनीति में बच्चा हूं, लेकिन यह बच्चा सांप (राजनीति) को हाथ में थामने को तैयार है. उन्होंने लोगों से कहा कि उनकी पार्टी की विचारधारा धर्मनिरपेक्ष और सामाजिक न्याय की विचारधारा पर टिकी है, TVK इसी आधार पर काम करेगी.

एक्टर से राजनेता बने थलापति विजय ने तमिलनाडु में अपनी पॉलिटिकल पार्टी तमिलिगा वेत्री कड़गम लॉन्च कर दी है. विल्लुपुरम जिले के विक्रवंडी कस्बे में पार्टी की लॉन्चिंग के समय करीब 10 लाख फैंस विजय को सुनने आए थे. अभी तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में 16 महीने बाकी हैं. उन्होंने 2026 की तैयारी शुरू कर दी है.
अपने पहले पार्टी सम्मेलन के दौरान एक्टर विजय ने डीएमके सरकार पर हमला बोला है. वहीं, केंद्र की बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने घोषणा की कि उनकी पार्टी पेरियार जैसे तमिल महापुरुषों की विचारधाराओं को अपनाएगी लेकिन ईश्वर विरोधी रुख के खिलाफ रहेगी. उन्होंने शुरूआती भाषण में कहा था कि मैं राजनीति में बच्चा हूं, लेकिन यह बच्चा सांप (राजनीति) को हाथ में थामने को तैयार है.
पेरियार से प्रेरित पार्टी की विचारधारा
थलापति विजय ने विचारधारा के बारे में बताया कि हमारी पार्टी पेरियार के दिखाए रास्ते पर चलेगी, जिसमें महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय को लेकर विचार शामिल हैं. हालंकि विजय ने परियार के नास्तिकता से जुड़े सिद्धांत को मानने से इन्कार कर दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की विचारधारा धर्मनिरपेक्ष और सामाजिक न्याय की विचारधारा पर टिकी है, TVK इसी आधार पर काम करेगी.
राज्य में दो भाषाओं की पैरवी
उन्होंने कहा कि हम द्रविड़ राष्ट्रवाद और तमिल राष्ट्रवाद को अलग नहीं करेंगे. ये दोनों इस मिट्टी की दो आंखें हैं. हमें खुद को किसी खास पहचान तक सीमित नहीं रखना चाहिए. उन्होंने सरकारी कामकाज के लिए तमिल और अंग्रेजी भाषा की पैरवी की. उन्होंने कहा कि टीवीके राज्य में दो भाषाओं को अपनाने की नीति पर काम करेगी. साथ ही उन्होंने जातिगत जनगणना का समर्थन किया.
2026 में लड़ेगी विधानसभा चुनाव
विजय का कहना है कि उनकी पार्टी तमिलिगा वेत्री कड़गम 2026 का विधासभा चुनाव लड़ने वाली है. उन्होंने यह भी कहा है कि उनकी पार्टी गठबंधन के लिए तैयार है. अभी वहां पर चुनाव होने में लगभग 16 महीने बाकी हैं. इसे लेकर तैयारी भी शुरू कर दी गई है. TVK का मुकाबला डीएमके और एआईडीएमके के साथ होने वाला है. वहीं, बीजेपी अन्नामलाई के जरिये तमिल वोट बैंक बढ़ाने में जुटी हुई है.
एनटीआर जैसा कर सकेंगे कमाल?
नई पार्टी TVK के साथ क्या नया होता है ये तो समय ही बता पाएगा. हालांकि नई पार्टी बनने के बाद दक्षिण की राजनीति में सिर्फ एक ही नेता कमाल कर पाए, वह एनटी रामाराव (NTR) हैं. एनटीआर ने 29 मार्च 1982 को पार्टी बनाई और 9 महीने में ही मुख्यमंत्री बन गए. एनटीआर तीन बार आंध्र प्रदेश के सीएम रहे. उन्होंने केंद्र में एंटी कांग्रेस गठबंधन बनाकर देश की राजनीति का रुख ही बदल दिया था.
पिता की पार्टी से नाराज थे विजय
विजय के पिता एस. ए. चंद्रशेखर भी पार्टी बना चुके हैं. उनकी पार्टी का नाम ऑल इंडिया थलपति विजय मक्कल इयक्कम था. पार्टी के नाम को लेकर विजय और उनके पिता को लेकर विवाद भी हुआ था. विजय ने अपने माता-पिता समेत 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था. विजय की मांग थी कि उनके नाम का इस्तेमाल न की जाए और मेरे नाम पर भीड़ न जुटाई जाए.