टैलेंट को सलाम: फीस की वजह से नहीं मिला था IIT धनबाद में एडमिशन, SC ने गरीब छात्र के पक्ष में सुनाया फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने 18 साल के अतुल कुमार का एडमिशन आईआईटी धनबाद में करवाने का निर्देश दे दिया है. दरअसल एडमिशन लेने के लिए फीस जमा करने की आखिरी तारीख तक अतुल पेमेंट नहीं कर पाया जिसके कारण उसका एडमिशन नहीं हो पाया था. आपको बता दें कि अतुल 17500 रूपए की फीस नहीं जमा कर पाए थे.

सुप्रीम कोर्ट ने आर्टिकल 142 के तहत अपनी शक्ति का इस्तेमाल करते हुए ये निर्देश दिया हैं कि याचिकाकर्ता अतुल कुमार, जिसने आईआईटी धनबाद में एडमिशन मिलना था, लेकिन फीस पेमेंट की समय सीमा चूक जाने के कारण प्रवेश नहीं पा सका, को आईआईटी धनबाद में प्रवेश दिया जाना चाहिए.
साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा कि याचिकाकर्ता जैसे टैलेंटेड स्टूडेंट जो पिछड़े समूह से आते हैं, उन्हें एडमिशन लेने से नहीं रोका जाना चाहिए.
क्या है आर्टिकल 142
दरअसल संविधान, अनुच्छेद 142 के तहत सुप्रीम कोर्ट को उसके सामने आने वाले सभी मामलों में पूर्ण न्याय देने की शक्तियां देता है. इसके तहत सुप्रीम कोर्ट किसी को आदेश, किसी को पेश होने के लिए अथवा अवमानना मामले में जांच या दंड दे सकता है. इसके अंदर कोर्ट सरकारी निकायों को भी दिशा-निर्देश या आदेश भी जारी कर सकता है.
पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के 18 साल के अतुल कुमार को IIT धनबाद में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए सीट मिली थी, लेकिन 24 जून, 2024 को 17,500 रुपये की फीस का पेमेंट करने की समय सीमा से चूक गया. अतुल के परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा और उसने फीस का भुगतान करने के लिए पड़ोसियों से पैसे उधार लिए. हालांकि, IIT धनबाद की वेबसाइट ने समय सीमा से ठीक पहले उसे अपने आप लॉग आउट कर दिया, जिससे वह पेमेंट पूरा नहीं कर सका. इसके बाद परिवार की ओर से न्याय के लिए कोर्ट में याचिका दायर की गई थी.
सुप्रीम कोर्ट की प्रतिक्रिया
CJI डी वाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में सुप्रीम कोर्ट ने अतुल को भरोसा दिया था कि जितना हो सकेगा कोर्ट द्वारा उसको मदद मिलेगी. न्यायालय ने IIT धनबाद और IIT-मद्रास की सीट एलोकेशन ऑथोरिटी से इस मामले में जवाब मांगा था.
अतुल का बैकग्राउंड
अतुल उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के टिटोरा गांव में गरीबी रेखा से नीचे (BPL) आने वाले परिवार से आता है. उसके पिता राजेंद्र कुमार मेरठ में एक कपड़ा फैक्ट्री में काम करते हैं और मां राजेश देवी खेतों में काम करती हैं. अतुल के बड़े भाई मोहित और रोहित भी पढ़ाई में अच्छा परफॉर्म करते हैं.