सब तबाह हो गया! 'डॉक्टर बनते देखना चाहते थे अब्बा', आतंकी हमले में पिता की मौत पर छलका बेटे का दर्द
जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के दौरान 7 लोगों की मौत हुई. मृतकों में डॉ. शाहनवाज डार का नाम भी सामने आया है. अब इस मामले में उनके बेटे की प्रतिक्रिया सामने आई है. पिता की मौत पर उन्होंने कहा कि वो चाहते थे कि मैं डॉक्टर बनूं, लेकिन उनकी मौत के बाद सभी सपने चकनाचूर हो गए हैं.

बडगाम (जम्मू और कश्मीर): आतंकी हमले में मारे गए 7 लोगों में से डॉ. शाहनवाज डार के बेटे ने अपने पिता की मौत पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि उनके पिता चाहते थे कि वह एक डॉक्टर बनें. पर उनकी मौत ने उनके इस सपने को चकनाचूर कर दिया है. पिता की मौत के बाद उन्हें अपने परिवार की देखभाल करनी थी. वहीं अब उन्होंने प्रशासन से आईएएस अधिकारी बनने के लिए मदद की सहायता का आग्रह किया है.
इसके लिए उन्होंने प्रशासन से IAS अधिकारी बनने के लिए मदद करने का आग्रह किया.
मैं IAS बनना चाहता था
मीडिया से बातचीत के दौरान बेटे ने कहा, ''मेरे पिता डॉ. शाहनवाज डार इस क्षेत्र के एक ईमानदार और सम्मानित व्यक्ति थे.मेरे पिता चाहते थे कि मैं डॉक्टर बनूं लेकिन मैं आईएएस अधिकारी बनना चाहता था. अपने दादा को देखकर उन्हें IAS अधिकारी बनने पर पूरा भरोसा था, कि मैं भी एक आईएएस अफसर बनूंगा.
मेरे सपने टूट गए
अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि मेरे पिता मुझे IAS अफसर बनाने और मेरा सपना पूरा करने के लिए सबकुछ करने को तैयार थे. लेकिन कल की खबर सुनने के बाद मेरे सपने चखनाचूर हो गए. मुझे अपना और अपने परिवार का भी ख्याल रखना है. मैं प्रशासन से आग्रह करता हूं मुझे अपना सपना हासिल करने में सहयोग करें.
आतंकी हमले में हुई मौत
जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक सुरंग निर्माण स्थल पर विवार को आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में डॉ. डार, डिजाइनर सुशांत अब्रोल और छह मजदूरों की मौत हो गई थी. दरअसल गांदरबल में अपने शिविर में लौटे तो अज्ञात हमलावरों ने हमला कर दिया था. वहीं इस हमले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्लाह की प्रतिक्रिया सामने आई है.
हमले का जिम्मेदार है पाक
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने हमले की निंदा करते हुए इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है. फारुक अब्दुल्लाह ने इस हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि गरीब मजदूर और डॉक्टर की इसमें जान चली गई. आतंकवादियों को इससे क्या मिला? इससे क्या उन्हें ऐसा लगता है कि वह यहां पाकिस्तान बना पाएंगे? उन्होंने कहा कि हम इसे खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं. इस दौरान पाकिस्तान को भी चेतावनी देते हुए फारुक अब्दुल्ला बोले कि अगर वे भारत के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं, तो आतंक को पूरी तरह से खत्म करना होगा.