'हिंदू जहां भी हैं सशक्त और एकजुट रहें', दशहरा कार्यक्रम में बोले RSS चीफ; इजराइल-हमास युद्ध पर भी की चर्चा
दशहरा कार्यक्रम के दौरान RSS चीफ मोहन भागवत ने बांग्लादेश में चल रहे हिंदुओं पर अत्याचार और इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध पर चिंता जताई है. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भारतीय सरकार से हिंदुओं की मदद करने की भी अपील की है.

महाराष्ट्रः बांग्लादेश पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के सत्ता से चले जाने के बाद हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार की कई घटनाएं सामने आई है. भारत इस पर अपनी चिंता व्यक्त कर रहा है. इसी कड़ी में RSS प्रमुख मोहन भागवत ने बांग्लादेश में चल रहे तनाव का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में जो कुछ भी हुआ? उसके पीछे कुछ तात्कालिक कारण हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि जो लोग इससे चिंतित है उस पर चर्चा जरुर करेंगे.
दहशरा कार्यक्रम के दौरान RSS चीफ मोहन भागवत ने मंच से बोलते हुए इजराइल और हमास में चल रहे युद्ध पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि परिस्थितियां हर बार एक समान नहीं होती हैं. कभी चुनौतिपूर्ण तो कभी अच्छी होती हैं. उन्होंने कहा कि यह मानव जीवन भौतिक रूप से पहले से ही अधिक खुशहाल है. RSS चीफ बोले कि लेकिन कई बार हम देखते हैं कि इस खुशहाल और विकसित मानव समाज में कई संघर्ष जारी हैं. यह बात उन्होंने इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध को लेकर बोली है.
कितना व्यापक होगा यह युद्ध?
पिछले काफी समय से इजराइल और हमास के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. इस स्थिति पर कई लोग अपनी चिंंताएं व्यक्त कर रहे हैं. वहीं RSS चीफ ने भी इस युद्ध पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हर कोई इस बात से चिंतित है कि यह कितना व्यापक होगा और इसका दूसरों पर क्या प्रभाव पड़ने वाला हैं.
सरकार से लगाई मदद की गुहार
बांग्लादेश में हिंदुओं पर चल रहे अत्याचार की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. इस पर चिंता जताते हुए RSS चीफ ने कहा कि अराजकता की परंपरा वहां भी दोहराई जा रही है. लेकिन ऐसा पहली बार हुआ कि जब हिंदू एकजुट होकर अपनी रक्षा के लिए सड़कों पर उतरे हैं. उन्होंने कहा कि यह सिलसिला तब तक नहीं रुकेगा जब तक क्रोध में आकर अत्याचार करने की इस कट्टरपंथी प्रवृति जारी रहेगी.
तब तक न केवल हिंदू उन्होंने कहा कि सभी अल्पसंख्यक खतरे में रहेंगे. इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए पूरी दुनिया के हिंदुओं की मदद की जरुरत है. मोहन भागवत ने कहा कि भारत सरकार उनकी मदद करें. अगर हम मदद करने में कमजोर हैं तो हम खुद अत्याचार को आमंत्रित कर रहे हैं. वहीं हिंदुओं के लिए संदेश जारी करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि हिंदू जहां भी हैं. हमें एकजुट और सशक्त होने की ज़रूरत है."