कम होगी आपकी EMI! RBI ने पांच साल में पहली बार घटाया रेपो रेट
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को बड़ा कदम उठाते हुए ब्याज दरों में कटौती का एलान कर दिया. बैंक ने रेपो रेट में 25 आधार अंक की कटौती की घोषणा की है. अब रेपो रे घटकर 6.25% हो गया है. बता दें कि आरबीआई ने 5 साल में पहली बार दरों में कटौती की है.

भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को बड़ा कदम उठाते हुए ब्याज दरों में कटौती का एलान कर दिया. बैंक ने रेपो रेट में 25 आधार अंक की कटौती की घोषणा की है. अब रेपो रे घटकर 6.25% हो गया है. बता दें कि आरबीआई ने 5 साल में पहली बार दरों में कटौती की है. इसी के साथ अब आपके होम लोग में कमी के होने के आसान की खबर है.
अब तक रेपो दर 6.5 प्रतिशत थी. बता दें कि सरकार ने बजट में इनकम टैक्स दरों में बड़ी राहत का एलान किया था, जिसके करीब एक हफ्ते बाद ही रिजर्व बैंक ने यह कदम उठाया है. इससे निश्चित रूप से खपत को बढ़ावा मिलेगा. रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की समीक्षा के लिए गठित समिति (MPC) की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कटौती का एलान किया.
गवर्नर संजय मल्होत्रा ने क्या कहा?
मौद्रिक नीति पर एक बयान देते हुए, आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि, 'विश्व बैंक के अनुसार, 129.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के अनुमानित प्रवाह के साथ भारत वैश्विक स्तर पर प्रेषण का सबसे बड़ा प्राप्तकर्ता बना हुआ है - पिछले कैलेंडर वर्ष 2024 में, इस वर्ष के लिए चालू खाता घाटा स्थायी स्तर के भीतर अच्छी तरह से रहने की उम्मीद है.
आगे कहा कि 'इस वर्ष 31 जनवरी तक, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 630/प्लस बिलियन अमेरिकी डॉलर था. यह हमें अधिक का आयात कवर प्रदान करता है. 10 महीने से अधिक कुल मिलाकर भारत का बाहरी क्षेत्र लचीला बना हुआ है. पिछले कुछ वर्षों में रिज़र्व बैंक की विनिमय दर नीति बहुत सुसंगत रही है. विदेशी मुद्रा बाजार में हमारा हस्तक्षेप अत्यधिक और विघटनकारी अस्थिरता को कम करने पर केंद्रित है.
MPC ने बुधवार, 5 फरवरी, 2025 को नई ब्याज दरों पर चर्चा करने और उन्हें निर्धारित करने के लिए अपनी तीन दिवसीय बैठक शुरू की, और शक्तिकांत दास के कार्यकाल की समाप्ति के बाद दिसंबर 2024 में मल्होत्रा के पदभार संभालने के बाद यह पहली बैठक थी.
इस बार, बाजार में अधिक तरलता लाने के लिए रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती की व्यापक रूप से उम्मीद की जा रही थी, जिससे बेंचमार्क उधार दर मौजूदा 6.5% से 6.25% हो जाएगी.
रेपो रेट (Repo Rate) क्या है?
रेपो रेट दर वह होती है जिस पर रिजर्व बैंक अन्य बैंकों को कर्ज देता है. जब रेपो रेट में बढ़ोतरी होती है तो बैंकों को रिजर्व बैंक से महंगी दर पर कर्ज मिलता है. वहीं, रिवर्स रेपो रेट वो ब्याज दर होती है, जिस पर आरबीआई कमर्शियल बैंकों से कर्ज लेता है.