'अडानी डिफेंस-रेगुलेटरी बॉडी और बीजेपी के बीच है सांठगांठ', वीडियो जारी कर राहुल गांधी ने लगाए ये गंभीर आरोप
Monopoly Bachao Syndicate, Rahul Gandhi: कांग्रेस ने सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच और पूर्णकालिक सदस्य अनंत नारायण गोपालकृष्णन के खिलाफ हितों के टकराव का आरोप लगाया और प्रमुख नियामक निकायों और भाजपा से जुड़े 'एकाधिकार बचाओ सिंडिकेट' के दावों के बीच उन्हें अडानी समूह से भी जोड़ा है.

Monopoly Bachao Syndicate, Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वीडियो जारी कर अडानी ग्रुप और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. इस दौरान उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने सेबी चीफ माधवी पुरी बुच को भी घेरा. राहुल गांधी ने दावा किया कि 'मोनोपोली बचाओ सिंडिकेट' ने जो खोजबीन की तो इसमें अडानी समूह, रेगुलेटरी बॉडी और भाजपा के बीच खतरनाक सांठगांठ देखने को मिली.
विपक्ष के नेता ने बताया कि कैसे अडानी डिफेंस की वेबसाइट कथित तौर पर बताती है कि कैसे कंपनी विदेशी हथियारों को केवल रीब्रांडिंग करके लाभ कमाती है? राहुल गांधी ने कहा, 'भारत के संस्थागत ढांचे में सड़ांध 'मोनोपॉली बचाओ सिंडिकेट' के आने के साथ खतरनाक गहराई तक पहुंच गई है. इस सिंडिकेट के मूल में अडानी, प्रमुख नियामक निकायों और मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के बीच एक खतरनाक गठजोड़ है.
अडानी डिफेंस वेबसाइट के जरिए आरोप
राहुल गांधी ने कहा कि अडानी डिफेंस की वेबसाइट बताती है कि कैसे कंपनी विदेशी हथियारों को केवल रीब्रांडिंग करके लाभ कमाती है. वहीं इसे लेकर उन्होंने मोदी सरकार पर हमला करते हुए बोला कि जब बात ट्रेनिंग, पेंशन और युवा सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण की आती है तो अग्निवीर जैसी योजनाओं के माध्यम से डायवर्ट किया जाता है. उन्होंने कहा कि यह विश्वासघात राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करता है और हमारे युवाओं के भविष्य को खतरे में डालता है.
मोनोपॉली जैसे गंभीर आरोप
एक्स पर एक पोस्ट करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'मोनोपोली बचाओ सिंडिकेट! हवाई अड्डों में मोनोपोली, बंदरगाहों में मोनोपोली, सीमेंट में मोनोपोली, बिजली में मोनोपोली, रक्षा में भी मोनोपोली, अडानी जिस भी क्षेत्र में चाहे, सिंडिकेट उसे मोनोपोली दिलाने की कोशिश करता है.
वीडियो में राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि माधवी पुरी बुच ने अपनी संपत्ति इंडियाबुल्स ग्रुप से जुड़े एक व्यक्ति से जुड़ी कंपनी को किराए पर दी, जो शेयर बाजार नियामक की जांच के दायरे में था. आरोपों पर बुच या अडानी समूह की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. हालांकि, पहले सेबी चीफ और अडानी समूह दोनों ने किसी भी तरह की गड़बड़ी के आरोपों को अलग-अलग खारिज कर दिया था.