मौत की उड़ान बनने से बची स्पाइसजेट की फ्लाइट! बीच हवा में उखड़ा खिड़की का फ्रेम, हलक में अटकी रही यात्रियों की सांसें
गोवा से पुणे जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-1080 में उड़ान के दौरान खिड़की का अंदरूनी फ्रेम अचानक उखड़ गया, जिससे यात्रियों में घबराहट फैल गई. हालांकि बाहरी सुरक्षात्मक लेयर सलामत रही और केबिन प्रेशर सामान्य बना रहा. एयरलाइन ने इसे "कॉस्मेटिक विंडो ट्रिम" बताया जो सुरक्षा के लिए जोखिमपूर्ण नहीं था. महिला और बच्चे को दूसरी सीट पर शिफ्ट किया गया.

गोवा से पुणे जा रही स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-1080 में उड़ान के दौरान एक खिड़की की फ्रेम अचानक ढीली होकर अंदर की ओर उखड़ गई, जिससे यात्रियों में हड़कंप मच गया. हालांकि राहत की बात यह रही कि खिड़की के बाहरी सुरक्षा लेयर सलामत रहे और विमान का केबिन प्रेशर सामान्य बना रहा. इससे किसी यात्री की जान को कोई खतरा नहीं हुआ.
महिला यात्री और नवजात को सीट से हटाया गया
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इस फ्लाइट में सवार यात्री मंदार सावंत ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि उनके पीछे एक महिला अपने बच्चे के साथ बैठी थीं. उड़ान भरने के करीब आधे घंटे बाद महिला की सीट के पास की खिड़की अचानक बाहर निकलकर अंदर की तरफ आ गई. महिला घबरा गई और यात्रियों में चिंता फैल गई.
सावंत ने कहा, “हमें पता था कि खिड़की के पीछे एक सुरक्षात्मक परत होती है जो बाहर के दबाव और तापमान से बचाव करती है, लेकिन इसके बावजूद यह घटना चिंताजनक थी.” उन्होंने आगे बताया कि फ्लाइट अटेंडेंट्स ने महिला और उसके बच्चे को पीछे की सीट पर शिफ्ट किया, और एयर होस्टेस ने किसी तरह खिड़की को फिर से फिट करने की कोशिश की, लेकिन वो किसी झटके से दोबारा गिर सकती थी.
समय से एक घंटे 35 मिनट लेट थी फ्लाइट
यह फ्लाइट 1 जुलाई को शाम 5:20 बजे रवाना होनी थी, लेकिन यह 6:55 बजे टेक-ऑफ हुई. यात्रियों को बताया गया कि एक दिन पहले भी यह फ्लाइट ‘तकनीकी कारणों’ से देर से चली थी. मंदार सावंत ने कहा कि उन्हें एयरलाइन की ओर से किसी तरह का पूर्व संदेश या अलर्ट नहीं मिला था.
स्पाइसजेट का स्पष्टीकरण
स्पाइसजेट की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “Q400 एयरक्राफ्ट में एक कॉस्मेटिक विंडो फ्रेम ढीली होकर हट गई थी. यह एक गैर-संरचनात्मक (non-structural) ट्रिम कंपोनेंट था जो केवल शेड के लिए फिट किया गया था. इस घटना से विमान की संरचनात्मक मजबूती या यात्रियों की सुरक्षा पर कोई असर नहीं पड़ा.”
एयरलाइन ने आगे बताया, “Q400 विमान में खिड़कियों की कई परतें होती हैं, जिनमें एक मजबूत बाहरी सुरक्षा लेयर होती है जो केबिन के दबाव को बनाए रखती है. इस घटना में केवल ऊपरी सौंदर्यात्मक परत (cosmetic layer) ढीली हुई थी. फ्लाइट की लैंडिंग के बाद उसे मानक रखरखाव प्रक्रिया के तहत ठीक कर दिया गया.”
एविएशन विशेषज्ञों के अनुसार, इस तरह की घटना हालांकि तकनीकी रूप से खतरनाक नहीं मानी जाती, लेकिन यह एयरलाइन की मेंटेनेंस प्रक्रिया और सुरक्षा उपायों पर सवाल जरूर खड़े करती है. उड़ान के दौरान अंदरूनी ट्रिम का निकलना यात्रियों में घबराहट पैदा करता है, और इससे ब्रांड की विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है.
तकनीकी रूप से सुरक्षित, लेकिन यात्रियों की चिंता बनी रही
हालांकि स्पाइसजेट ने कहा कि कोई भी संरचनात्मक नुकसान नहीं हुआ और केबिन प्रेशर सामान्य रहा, लेकिन फ्लाइट में सवार यात्रियों के लिए यह अनुभव चिंताजनक और डरावना रहा. इस घटना से स्पष्ट होता है कि उड़ानों की नियमित जांच और तकनीकी गुणवत्ता पर ध्यान देना कितना जरूरी है.