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विश्‍व सुंदरी प्रतियोगिता का दिया लालच, पुणे की इंजीनियरिंग छात्रा से ठग लिए 10 लाख

महाराष्ट्र के पुणे में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा की छात्रा ने पिछले साल 1 अक्टूबर से 20 नवंबर के बीच 10 लाख रुपये ठगों के हाथों गंवा दिए, जिन्होंने उसे मिस्र में आयोजित मिस इंटर कॉन्टिनेंटल सौंदर्य प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधि बनने का लालच दिया था. पुलिस ने बताया कि लड़की के माता-पिता ने प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उसे 10 लाख रुपए दिये थे.

विश्‍व सुंदरी प्रतियोगिता का दिया लालच, पुणे की इंजीनियरिंग छात्रा से ठग लिए 10 लाख
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( Image Source:  Create By AI )
कुसुम शर्मा
Edited By: कुसुम शर्मा

Updated on: 6 Nov 2025 3:37 PM IST

महाराष्ट्र के पुणे में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा की छात्रा ने पिछले साल 1 अक्टूबर से 20 नवंबर के बीच 10 लाख रुपये ठगों के हाथों गंवा दिए, जिन्होंने उसे मिस्र में आयोजित मिस इंटर कॉन्टिनेंटल सौंदर्य प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधि बनने का लालच दिया था. पुलिस ने बताया कि लड़की के माता-पिता ने प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए उसे 10 लाख रुपए दिये थे.

सहकारनगर पुलिस ने बताया कि, "धोखेबाजों में से दो हरियाणा के हैं, जबकि एक गुजरात का है. पीड़िता ने उनमें से एक से नई दिल्ली और जयपुर में मुलाकात भी की थी."

पुलिस ने दी जानकारी

पुलिस के मुताबिक छात्रा नियमित रूप से सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भाग लेती थी. धोखेबाजों ने इसका फायदा उठाते हुए उससे संपर्क किया और जयपुर में होने वाले एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए कहा, जिससे उसे मिस्र में होने वाली बड़ी प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व करने में मदद मिलेगी.

माता-पिता ने कर्ज लेकर दिए 10 लाख

तृतीय वर्ष की 21 साल की छात्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि, "उसने अपने माता-पिता से पासपोर्ट, हवाई यात्रा और मिस्र के वीजा के अलावा अन्य खर्चों के लिए बदमाशों को 10 लाख रुपए ऑनलाइन भुगतान करवा लिए, जो उन्‍होंने कर्ज लेकर उसके सपने पूरे करने के लिए दिये थे."

एयरलाइन टिकट नकली होने पर हुआ ठगी का एहसास

वहीं अधिकारी ने बताया कि पीड़िता इस कार्यक्रम के लिए जयपुर आई थी, लेकिन बदमाशों ने उसे बताया कि उसका चयन मिस्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए सीधे तौर पर हो गया है. "बाद में, उन्होंने उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर एक अंतरराष्ट्रीय यात्रा टिकट भी भेजा. पीड़िता को बाद में पता चला कि एयरलाइन टिकट नकली था. उसे ये भी एहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है, जब मिस्र में प्रतियोगिता में उसका नाम भारतीय प्रतिनिधि के रूप में नहीं आया." बता दें कि बाद में बदमाशों ने पीड़िता से बातचीत बंद कर दी और पैसे भी वापस नहीं किए. वहीं छात्रा ने पहले सहकारनगर पुलिस थाने में धोखाधड़ी से संबंधित शिकायत दर्ज कराई.

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