Begin typing your search...

ड्यूटी का टेम पूरा हुआ! ...जब डिप्‍टी सीएम के पायलट ने प्‍लेन उड़ाने से कर दिया इनकार

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे शुक्रवार रात जलगांव एयरपोर्ट पर करीब एक घंटे तक फंसे रहे जब उनके पायलट ने ड्यूटी टाइम खत्म होने और तबीयत खराब होने का हवाला देकर उड़ान भरने से इनकार कर दिया. मंत्री गिरीश महाजन की 45 मिनट की बातचीत के बाद पायलट राज़ी हुआ.

ड्यूटी का टेम पूरा हुआ! ...जब डिप्‍टी सीएम के पायलट ने प्‍लेन उड़ाने से कर दिया इनकार
X
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Updated on: 7 Jun 2025 12:46 PM IST

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे शुक्रवार रात करीब एक घंटे तक जलगांव एयरपोर्ट पर फंसे रहे. कारण बना उनके निजी विमान के पायलट का उड़ान भरने से इनकार.

पायलट ने ड्यूटी आवर्स खत्म होने और तबीयत ठीक न होने की बात कहते हुए उड़ान भरने से मना कर दिया. बाद में काफी मान-मनौव्वल और बातचीत के बाद पायलट को उड़ान के लिए राज़ी किया गया.

क्या हुआ था जलगांव में?

शिंदे शुक्रवार को मुक्ताईनगर में आयोजित संत मुक्ताबाई की पालखी यात्रा में शामिल होने के लिए जलगांव पहुंचे थे. उनकी फ्लाइट दोपहर 3:45 बजे जलगांव पहुंचनी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से इसमें लगभग ढाई घंटे की देरी हो गई. इसके बाद शिंदे सड़क मार्ग से मुक्ताईनगर पहुंचे, जहां उन्होंने पालखी यात्रा में हिस्सा लिया और संत मुक्ताबाई मंदिर के दर्शन किए. उनके साथ इस यात्रा में मंत्री गिरीश महाजन, गुलाबराव पाटिल और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल थे.

पायलट ने मना कर दिया उड़ान भरने से

जब पूरी टीम रात 9:15 बजे जलगांव एयरपोर्ट लौटी, तब पायलट ने यह कहकर उड़ान भरने से इनकार कर दिया कि उसके ड्यूटी के घंटे पूरे हो चुके हैं और उसे उड़ान के लिए फिर से अनुमति लेनी होगी, जिसमें समय लगेगा. इसके साथ ही पायलट ने स्वास्थ्य संबंधी परेशानी की भी बात कही.

45 मिनट की मान मनौव्वल के बाद बनी बात

सूत्रों के अनुसार, मंत्री गिरीश महाजन और गुलाबराव पाटिल ने पायलट से बातचीत शुरू की और लगभग 45 मिनट की बातचीत के बाद उसे उड़ान भरने के लिए मना लिया. महाजन ने संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया और ज़रूरी क्लीयरेंस की व्यवस्था की. इसके बाद विमान मुंबई के लिए रवाना हो सका.

गिरीश महाजन ने कहा, “पायलट की तबीयत भी थोड़ी ठीक नहीं थी और समय की पाबंदी भी थी. एयरलाइन कंपनी से बात हुई और उन्होंने अपने तरीके से पायलट को समझाया. यह बस एक छोटा सा मामला था.”

मुसीबत में फंसी महिला को मिला जीवनदान

मुंबई वापसी की इस उड़ान में एक जरूरतमंद महिला को भी सहारा मिला, जिसे मुंबई में किडनी सर्जरी के लिए तुरंत पहुंचना था. महिला शीतल पाटिल और उनके पति अपनी फ्लाइट मिस कर चुके थे. जब मंत्री गिरीश महाजन को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने तुरंत दंपती को शिंदे के विमान में बैठाने का फैसला किया. मुंबई एयरपोर्ट पर एम्बुलेंस को पहले से तैयार रखा गया था, जिससे महिला को सीधे अस्पताल पहुंचाया जा सके.

मंत्री गुलाबराव पाटिल ने इस मौके पर कहा, “एकनाथ शिंदे आज भी अपने संघर्ष के दिनों को भूले नहीं हैं. उन्होंने एक आम आदमी के प्रति संवेदनशीलता दिखाई है.”

India News
अगला लेख