पाक का चंडीगढ़, अमृतसर समेत 15 शहरों में हमला! भारत के 'सुदर्शन चक्र' ने हवा में ही तोड़ीं मिसाइलें- S 400 में कितना दम?
भारत का 'सुदर्शन चक्र' यानी S-400 एयर डिफेंस सिस्टम दुश्मन के किसी भी हवाई हमले को हवा में ही नष्ट करने में सक्षम है. यह 600 किमी दूर तक खतरों को ट्रैक कर सकता है और 400 किमी की दूरी तक लक्ष्य को मार गिरा सकता है. इसमें चार प्रकार की मिसाइलें लगती हैं, जो लड़ाकू विमान, बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन को आसानी से निशाना बना सकती हैं. इसकी रडार तकनीक बेहद आधुनिक है, जो एक साथ कई लक्ष्यों को पहचानकर ट्रैक कर सकती है.

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का जोरदार जवाब देते हुए 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और Pok (पाक अधिकृत कश्मीर) के भीतर 9 बड़े आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है. भारत ने साफ कर दिया कि उसके निशाने पर आतंकी ही थे . पाकिस्तानी सेना के ठिकाने और न ही आम नागरिक. मगर पाकिस्तान बौखला गया है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने गीदड़भभकी दी कि 'हर खून का बदला लेंगे.'
भारत ने भी अपने अगले कदम के लिए कमर कस ली है. जिसके बाद पूरे पाकिस्तान में अफरा- तफरी का महौल है. सरहद पर तैनात है 'सुदर्शन चक्र'- भारतीय वायुसेना द्वारा ऑपरेशनल रूस निर्मित S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम, यह सिस्टम भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र की तर्ज पर दुश्मन की हर चाल को हवा में ही नष्ट करने में सक्षम है. आइए इस खबर में S-400 की खासियत जानते हैं...
S-400 सुदर्शन खास क्यों?
S-400 भारत का ‘अदृश्य कवच’ है. यह सिस्टम दुश्मन के मिसाइल, ड्रोन या फाइटर जेट को 600 किमी दूर से पकड़ लेता है और 400 किमी की रेंज तक उसे हवा में मार गिराता है. भारत ने रूस से पांच S-400 सिस्टम की डील 2018 में की थी, जिसमें तीन स्क्वाड्रन पहले ही तैनात हैं. इस हाईटेक डिफेंस सिस्टम में लॉन्चर, रडार, कंट्रोल यूनिट्स और सपोर्ट व्हीकल्स होते हैं.
पाकिस्तान के पास चीन निर्मित HQ-9 डिफेंस सिस्टम है, लेकिन S-400 उससे कहीं ज्यादा एडवांस, तेज और सटीक है. यही वजह है कि अब पाकिस्तान की हर हिमाकत का जवाब सरहद पर भारत का ‘सुदर्शन’ देगा. भारत की रणनीतिक संपत्तियों की सुरक्षा अब अभेद्य है.
भारत ने S-400 डिफेंस सिस्टम से नाकाम किया पाक का हर वार
7 मई की रात जब पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला करने की नापाक साजिश रची, तब भारत ने अपने सुरक्षा कवच का असली दम दिखा दिया. पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक फैले कुल 15 भारतीय शहरों- श्रीनगर, पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, बठिंडा, चंडीगढ़, भुज सहित अन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया था. लेकिन भारतीय वायुसेना के अत्याधुनिक S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने आसमान से बरसती हर मिसाइल और ड्रोन को हवा में ही नष्ट कर दिया.
गुरुवार सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान के भीतर कई अहम सैन्य ठिकानों पर हमला किया. इस जवाबी कार्रवाई में लाहौर, सियालकोट और कराची के आसपास तैनात पाकिस्तान का एयर डिफेंस रडार सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त कर दिया गया. रक्षा मंत्रालय ने दोपहर 2:30 बजे इसकी औपचारिक जानकारी दी और कहा कि भारत ने बिलकुल सटीक और संतुलित जवाबी हमला किया है, जिससे पाकिस्तान को बड़ा सैन्य नुकसान हुआ है.
S-400 बनाम HQ-9: कौन है ज्यादा तेज और ताकतवर?
भारत का 'सुदर्शन चक्र' S-400 ट्रायंफ और पाकिस्तान का HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम दोनों ही अपने-अपने देशों के लिए बेहद अहम हैं, लेकिन अगर हम स्पीड और क्षमता की बात करें तो S-400 कई मायनों में HQ-9 से आगे है. S-400 रूस द्वारा विकसित एक अत्याधुनिक लॉन्ग रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल सिस्टम है, जो 400 किलोमीटर तक के लक्ष्य को भेद सकता है. इसकी मिसाइलें मैक्सिमम 4.8 मैक (लगभग 5,900 किमी/घंटा) की रफ्तार से उड़ सकती हैं. इसके चार प्रकार की मिसाइलें विभिन्न रेंज के लक्ष्यों पर अटैक कर सकती हैं- नजदीक से लेकर लंबी दूरी तक.
वहीं पाकिस्तान के पास मौजूद HQ-9 सिस्टम, जो चीन द्वारा विकसित है, इसकी अधिकतम मारक दूरी लगभग 200 किलोमीटर है और इसकी मिसाइलें करीब 4.2 मैक (लगभग 5,000 किमी/घंटा) की रफ्तार से उड़ती हैं. यानी स्पष्ट है कि S-400 न केवल स्पीड के मामले में तेज है, बल्कि इसकी रेंज और मल्टी-टारगेट एंगेजमेंट क्षमता भी ज्यादा उन्नत है. S-400 के रडार सिस्टम की ट्रैकिंग क्षमता भी बेहतर मानी जाती है, जिससे यह हवाई खतरों को पहले पहचानकर अधिक कुशलता से जवाब दे सकता है.
पाक के 3 एयर डिफेंस बेस खत्म
सूत्रों के अनुसार, भारतीय हमले में पाकिस्तान के तीन प्रमुख एयर डिफेंस बेस, कमांड एंड कंट्रोल सेंटर और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणालियां नष्ट हो गईं. भारत ने अपने हमले में नागरिक क्षेत्रों को छुआ तक नहीं, केवल सैन्य ठिकानों को ही टारगेट किया गया. S-400 की तैनाती ने यह साफ कर दिया कि भारतीय सीमाएं अब पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित हैं.
इस हाईटेक सिस्टम की वजह से पाकिस्तान की मिसाइलें भारतीय सीमा में दाखिल नहीं हो सकीं और सभी खतरों को पहले ही हवा में खत्म कर दिया गया. अब पाकिस्तानी रक्षा मंत्रालय और सेना में हलचल मची हुई है. बौखलाए पाकिस्तान ने भले ही “हर खून का बदला लेने” की धमकी दी हो, लेकिन भारत का रक्षा कवच पूरी तरह मुस्तैद है और ‘सुदर्शन चक्र’ यानी S-400 किसी भी नई चुनौती का सामना करने को तैयार है.