Begin typing your search...

NCERT की नई पहल: ऑपरेशन सिंदूर बनेगा पाठ्यक्रम का हिस्सा, कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों को पढ़ाया जाएगा भारत का सैन्य पराक्रम

एनसीईआरटी कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों के लिए ऑपरेशन सिंदूर पर दो विशेष मॉड्यूल तैयार कर रहा है, ताकि छात्रों को भारत की सैन्य शक्ति और आतंक के खिलाफ उसके सख्त रुख के बारे में जानकारी मिल सके. ये मॉड्यूल 8-10 पन्नों के होंगे, जिनमें पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर की गई कार्रवाइयों का विवरण होगा. यह पहल एनसीईआरटी द्वारा समसामयिक राष्ट्रीय उपलब्धियों को शिक्षा से जोड़ने के प्रयास का हिस्सा है.

NCERT की नई पहल: ऑपरेशन सिंदूर बनेगा पाठ्यक्रम का हिस्सा, कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों को पढ़ाया जाएगा भारत का सैन्य पराक्रम
X
( Image Source:  AI )

भारत की सैन्य शक्ति और आतंकवाद के खिलाफ उसकी निर्णायक कार्यवाही से छात्रों को अवगत कराने के लिए, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) जल्द ही 'ऑपरेशन सिंदूर' पर आधारित दो विशेष मॉड्यूल तैयार कर रही है. शिक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, ये मॉड्यूल कक्षा 3 से 12 तक के छात्रों के लिए तैयार किए जा रहे हैं और जल्दी ही इन्हें पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा.

पहला मॉड्यूल कक्षा 3 से 8 तक के छात्रों के लिए होगा, जबकि दूसरा मॉड्यूल कक्षा 9 से 12 तक के लिए बनाया जा रहा है. प्रत्येक मॉड्यूल में 8 से 10 पेजों में ऑपरेशन सिंदूर, भारत की सैन्य उपलब्धियों और पाकिस्तान के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी दी जाएगी. इनका उद्देश्य है छात्रों को यह बताना कि भारत ने एक बार फिर आतंक के खिलाफ निर्णायक विजय पाई.


NCERT अब तक ‘विकसित भारत’, ‘नारी शक्ति वंदन’, ‘G20’, ‘चंद्रयान उत्सव’ जैसे 16 विशेष मॉड्यूल प्रकाशित कर चुका है. आने वाले महीनों में NCERT मिशन LiFE, विभाजन के भयावह अनुभव, भारत का स्पेस पॉवर बनना (चंद्रयान से लेकर आदित्य L1 और शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा तक) जैसे विषयों पर भी विशेष मॉड्यूल प्रकाशित करने जा रहा है.

क्या था ऑपरेशन सिंदूर?

भारत ने 7 मई की सुबह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (जिसमें 26 लोगों की जान गई) के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी और सैन्य ठिकानों पर एयर व मिसाइल स्ट्राइक की. इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच 4 दिन तक चले सैन्य टकराव में फाइटर जेट्स, मिसाइल, ड्रोन और भारी हथियारों का उपयोग हुआ. आखिरकार 10 मई को दोनों देशों के बीच युद्धविराम पर सहमति बनी.


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जून में इसे 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक की 'प्राकृतिक अगली कड़ी' बताया और कहा कि भारत की इस सख्त कार्रवाई ने पाकिस्तान को खुद ही युद्ध विराम की मांग करने पर मजबूर कर दिया.

सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में पहले से ही पढ़ रहे छात्र

गौरतलब है कि NCERT की कक्षा 8 की नई सामाजिक विज्ञान की किताब में पहले से ही सर्जिकल स्ट्राइक का उल्लेख है, जिसमें शिवाजी द्वारा मुगल सरदार शाइस्ता खान पर रात में किए गए हमले को 'आधुनिक सर्जिकल स्ट्राइक' की तरह बताया गया है.

India News
अगला लेख