15 अगस्त को रची थी भारत में हिंसा की साजिश! NIA ने आतंकी पन्नू पर दर्ज की FIR, इन राज्यों को खालिस्तानी नक्शे में किया था शामिल
Gurpatwant Singh Pannun: भारतीय की एजेंसी NIA ने पन्नू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. आरोप है कि पन्नू ने ही स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त हिंसा भड़काने की कोशिश की. हीं केंद्रीय सरकार का कहना है कि इस मामले की NIA अधिनियम के तहत जांच होनी जरूरी है. पन्नु ने 10 अगस्त को पाकिस्तान के लाहौर प्रेस क्लब में मीट द प्रेस कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें उन्होंने वाशिंगटन से ऑनलाइन पत्रकारों को संबोधित किया.

Gurpatwant Singh Pannun: खालिस्तानी आतंकी गुरपत्वंत सिंह पन्नु हमेशा भारत विरोधी बातें करता है. कई हिंसा में उसका नाम भी आया है. अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पन्नू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. आरोप है कि पन्नू ने ही स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त हिंसा भड़काने की कोशिश की.
NIA की जांच में सामने आया कि पन्नू ने दिल्ली के लाल किले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तिरंगा फहराने से रोकने के लिए सिख सैनिकों को उकसाया और इस काम के लिए 11 करोड़ रुपये का इनाम भी देने का ऑफर दिया था.
पन्नू की बढ़ी मुश्किलें
NIA के पास SFJ के अमेरिकी ऑफिशिल X हैंडल से 10 अगस्त 2025 पर एक वीडियो शेयर किया गया था, जिसमें पन्नू ने प्रधानमंत्री मोदी को तिरंगा फहराने से रोकने की कोशिश करने की बात कही और पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश को कथित खालिस्तान का हिस्सा बताते हुए नक्शा पेश किया. NIA ने कहा कि पन्नु ने भारत की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम किया और देश में असंतोष फैलाया. वहीं केंद्रीय सरकार का कहना है कि इस मामले की NIA अधिनियम के तहत जांच होनी जरूरी है.
वीडियो में विवाद अपील
पन्नू के खिलाफ दर्ज हुई FIR में यह भी कहा गया है कि पन्नु ने 10 अगस्त को पाकिस्तान के लाहौर प्रेस क्लब में मीट द प्रेस कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें उन्होंने वाशिंगटन से ऑनलाइन पत्रकारों को संबोधित किया. इस दौरान उसने भारत में पंजाब की संप्रभुता को अस्वीकार किया और खालिस्तान आंदोलन को तेज करने की बात कही. बता दें कि पन्नु के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 61(2) (साजिश) और असंवैधानिक गतिविधियों (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धाराएं 10 और 13 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पन्नू का करीबी गिरफ्तार
हाल ही में कनाडा की राजधानी ओटावा से आतंकी पन्नू का खास माने जाने वाला इंद्रजीत सिंह गोसल को गिरफ्तार किया गया है. सिख फॉर जस्टिस (SFJ) संगठन के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू के निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) रह चुका है. भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और कनाडा की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नथाली जी. ड्रूइन के बीच बैठक हुई. इसके बाद ही गोसल को पर एक्शन लिया गया. बैठक में दोनों देशों ने आतंकवाद और आतंकवादियों की वित्तीय गतिविधियों पर संयुक्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया था.
गोसल की गिरफ्तारी से यह यह साफ है कि भारत और कनाडा के बीच सुरक्षा सहयोग में मजबूती आई है. यह कदम खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ दोनों देशों की साझेदारी को दिखाता है. इससे पहले भारत ने कनाडा को गोसल और पन्नू के खिलाफ जानकारी दी थी, जिसमें वित्तीय लेन‑देन और आतंकवादी गतिविधियों से जुड़ी सबूत शामिल थे. भारत ने इन व्यक्तियों को आतंकवादी घोषित किया है और उनकी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.