होली में बीजेपी को रंगों से सराबोर करेंगे नए अध्यक्ष, जेपी नड्डा ने पद लेने से किया इनकार
बीजेपी मार्च 2025 के पहले हफ्ते में नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन सकती है. होली (14 मार्च) से पहले यह प्रक्रिया पूरी होगी. इस बार दक्षिण भारत से किसी नेता को मौका मिलने की संभावना है. जेपी नड्डा दोबारा अध्यक्ष नहीं बनेंगे. 2029 लोकसभा चुनाव की रणनीति नए अध्यक्ष के नेतृत्व में बनेगी. आमतौर पर बीजेपी में अध्यक्ष निर्विरोध चुना जाता है.

दिल्ली चुनाव में बड़ी जीत के बाद अब बीजेपी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को चुनने की तैयारी शुरू हो गई है. मार्च के पहले हफ्ते में इस प्रक्रिया की शुरुआत हो सकती है, और होली (14 मार्च 2025) से पहले पार्टी को नया अध्यक्ष मिल सकता है. इस बार चर्चा है कि बीजेपी दक्षिण भारत से किसी नेता को यह जिम्मेदारी दे सकती है, क्योंकि पार्टी का फोकस अब दक्षिणी राज्यों पर है.
अब तक बीजेपी में राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव बिना किसी विरोध के हुआ है. यानी सिर्फ एक उम्मीदवार नामांकन करता है और वही अध्यक्ष बन जाता है. इस बार भी यही प्रक्रिया जारी रहने की संभावना है.
कैसे होगा नए अध्यक्ष का चुनाव?
बीजेपी के नियमों के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव तभी हो सकता है जब देश के आधे से ज्यादा राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष चुने जा चुके हों. फरवरी 2025 के अंत तक 18 राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है. इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की घोषणा होगी.
क्या जेपी नड्डा दोबारा अध्यक्ष बन सकते हैं?
मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में खत्म हो गया था, लेकिन उन्हें 6 महीने का अतिरिक्त समय दिया गया था. नियमों के अनुसार, कोई व्यक्ति दो बार अध्यक्ष बन सकता है. लेकिन बताया जा रहा है कि नड्डा ने खुद दोबारा इस पद को लेने से इनकार कर दिया है. नड्डा वर्तमान में केंद्रीय मंत्री भी हैं और बीजेपी अध्यक्ष का पद संभाल रहे हैं.
दक्षिण भारत से अध्यक्ष बनने की संभावना
20 साल से बीजेपी ने दक्षिण भारत से कोई अध्यक्ष नहीं बनाया है. आखिरी बार 2002-2004 के बीच वेंकैया नायडू (आंध्र प्रदेश) इस पद पर थे. अब पार्टी इस बार किसी दक्षिण भारतीय नेता को मौका देने पर विचार कर रही है. इस रेस में के. अन्नामलाई और दग्गुबती पुरंदेश्वरी के नाम सबसे ज्यादा चर्चा में हैं.
2029 लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी
बीजेपी अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है, यानी नया अध्यक्ष जनवरी 2028 तक इस पद पर रहेगा. लेकिन 2029 में लोकसभा चुनाव होने हैं, इसलिए संभावना है कि उनका कार्यकाल बढ़ाया जाएगा. इस तरह, अगले आम चुनाव में बीजेपी की रणनीति और नेतृत्व की जिम्मेदारी नए अध्यक्ष पर होगी.