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चीन अब छापेगा इस पड़ोसी देश का 100 रुपये का नया नोट, भारत से चल रहा सीमा विवाद

नेपाल के नए नोटों की डिजाइन को लेकर विवाद छिड़ गया है. इस 100 रुपये के नोट पर नेपाल नए नक्शे में भारत के हिस्सों को अपना दिखाएगा. साथ ही इन नोटों को छापने का ठेका कॉन्ट्रैक्ट चीनी कंपनी को दिया है. इस वजह से दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ सकता है.

चीन अब छापेगा इस पड़ोसी देश का 100 रुपये का नया नोट, भारत से चल रहा सीमा विवाद
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( Image Source:  nepalnews )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 31 Oct 2024 1:20 PM IST

भारत और नेपाल के बीच सीमा विवाद को लेकर तनातनी जारी है. अब एक बार फिर से दोनों देशों के बीच सीमा विवाद बढ़ने वाला है. नेपाल इस मामले को तूल दे रहा है. नेपाल ने पड़ोसी देश भारत से पंगा लेना का मन बना लिया है.

अब नेपाल के नए नोटों की डिजाइन को लेकर विवाद छिड़ गया है. इस 100 रुपये के नोट पर नेपाल नए नक्शे में भारत के हिस्सों को अपना दिखाएगा. साथ ही इन नोटों को छापने का ठेका कॉन्ट्रैक्ट चीनी कंपनी को दिया है. इस वजह से दोनों देशों के बीच विवाद बढ़ सकता है.

क्या है पूरा मामला?

नेपाल ने पहले तो अपने देश में नोट बदलने की बात की, फिर भारत के तीन हिस्‍सों को लेकर विवादित नक्शा बनाया. इसके बाद नेपाल के मंत्रिमंडल ने 100 रुपये के नोट के डिजाइन में बदलाव को मंजूरी भी दी. और अब नोट छापने का ठेका चीनी कंपनी को दे दिया. नेपाल ने तीन क्षेत्रों लिंपियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी को अपना हिस्सा बताया है. नए राजनीतिक मैप को 18 जून 2020 को नेपाली संविधान में संशोधन कर मंजूरी दी गई थी.

कौन है चीनी कंपनी?

जानकारी के मुताबिक, नेपाल ने चीन की 'बैंक नोट प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन' कंपनी को यह ठेका दिया है. नेपाल की केंद्रीय बैंक ने कंपनी से 100-100 रुपये के 30 करोड़ नोट की डिजाइनिंग, प्रिंटिंग, आपूर्ति और वितरण का अनुरोध किया है. पूरे नोट की प्रिंटिंग की अनुमानित लागत लगभग 90 लाख अमेरिकी डॉलर बताया जा रहा है. हालांकि नेपाल राष्ट्र बैंक के प्रवक्ता की ओर से इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है.

नक्शे में बदलाव को लेकर भारत ने क्या कहा?

2020 में जब नेपाल ने नक्शे में आधिकारिक बदलाव किया था तब काफी विवाद हुआ था. भारत ने कहा था कि नेपाल का यह कदम बचकाना है. भारत ने चेतावनी देते हुए कहा था कि क्षेत्रीय दावों का कोई भी कृत्रिम विस्तार स्वीकार नहीं होगा. बता दें, भौगोलिक दृष्टि से देखा जाए तो नेपाल भारत के पांच राज्यों से सीमा शेयर करता है. इनमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, सिक्किम और पश्चिम बंगाल शामिल है. कुल मिलाकर देखा जाए तो पूरा 1850 किमी की सीमा शामिल है.

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