Begin typing your search...

महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद NCP नेता का निधन, हार्ट अटैक या ठंड; किस वजह से हुई मौत?

एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता महेश कोठे मंगलवार को प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में स्नान कर रहे थे, जब उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनकी मृत्यु हो गई. 60 वर्षीय महेश कोठे महाराष्ट्र के सोलापुर नगर निगम के मेयर रह चुके थे. उनका पार्थिव शरीर बुधवार को अंतिम संस्कार के लिए सोलापुर ले जाया जाएगा.

महाकुंभ में डुबकी लगाने के बाद NCP नेता का निधन, हार्ट अटैक या ठंड; किस वजह से हुई मौत?
X
सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Published on: 15 Jan 2025 9:54 AM

महाकुंभ के इस महापर्व पर लाखों-करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज पहुंच रहे हैं, लेकिन सर्दी और शीतलहर के चलते बड़ी संख्या में लोग बीमार भी पड़ रहे हैं. 13 जनवरी को मेले के पहले ही दिन 3,000 से अधिक मरीज मेला क्षेत्र के केंद्रीय अस्पताल और अन्य अस्पतालों के ओपीडी में पहुंचे. इस दौरान एक बुजुर्ग संत की मौत हुई, और महाराष्ट्र के एक नेता की भी मृत्यु हो गई.

एनसीपी (शरद पवार गुट) के नेता महेश कोठे मंगलवार को प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में स्नान कर रहे थे, जब उन्हें अचानक दिल का दौरा पड़ा, जिससे उनकी मृत्यु हो गई. 60 वर्षीय महेश कोठे महाराष्ट्र के सोलापुर नगर निगम के मेयर रह चुके थे. उनका पार्थिव शरीर बुधवार को अंतिम संस्कार के लिए सोलापुर ले जाया जाएगा. यह घटना मंगलवार सुबह करीब साढ़े सात बजे गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदी के संगम, त्रिवेणी संगम पर हुई. महेश कोठे की मृत्यु की खबर से राजनीतिक और सामाजिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है.

प्रयागराज में कड़ाके की ठंड के बावजूद मकर संक्रांति के अवसर पर महाकुंभ में पहला अमृत स्नान हुआ. सुबह करीब 8:30 बजे तक 1.38 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई. महेश कोठे ने 20 नवंबर को सोलापुर से भाजपा के विजय देशमुख के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. उनके परिवार में पत्नी और एक बेटा हैं. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने महेश कोठे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया.

महेश कोठे का राजनीतिक सफऱ

महेश कोठे सोलापुर की राजनीति में एक प्रमुख नेता थे और शहर के सबसे युवा मेयर के रूप में पहचाने जाते थे. उन्होंने शरद पवार के साथ मजबूत रिश्ते बनाए रखे और पार्टी के विभाजन के बावजूद वफादार बने रहे. विधानसभा चुनाव में अपनी हार के बावजूद, पार्टी के प्रति उनके समर्पण और उनके प्रयासों को उनके सहयोगियों और विरोधियों दोनों ने सराहा. हालांकि, उनके भतीजे देवेंद्र कोठे ने भाजपा के टिकट पर सोलापुर सिटी सेंट्रल विधानसभा सीट जीती.

महेश कोठे के निधन पर क्या बोले परिजन?

रिश्तेदारों के अनुसार, महेश कोठे अपने दोस्तों के साथ प्रयागराज में महाकुंभ में हिस्सा लेने गए थे. परिवार के एक सदस्य ने बताया, "गंगा घाट पर स्नान करने के बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा. उन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. हम महाराष्ट्र सरकार के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार से संपर्क कर महेश कोठे के पार्थिव शरीर को सोलापुर ले जाने की व्यवस्था कर रहे हैं.'

महाकुंभ 2025
अगला लेख