फडणवीस कैबिनेट का विस्तार होते ही शिंदे को लगा जोर का झटका, इस नेता ने तोड़ा शिवसेना से नाता
महाराष्ट्र शिसेना में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. इस बात का प्रमाण पार्टी के दिग्गज नेता नरेंद्र भोंडेकर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा शपथ ग्रहण से पहले दिया. इसके पीछे का कारण की अगर बात करें तो उन्हें कैबिनेट में जगह नहीं दी गई. इसलिए उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है.

महाराष्ट्र में नई सरकार के मंत्रीमंडल का विस्तार हुआ और इसके साथ-साथ 39 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली. लेकिन इस बीच शिवसेना को बड़ा झटका लगा है. दरअसल शपथ समारोह से पहले पार्टी के बड़े विधायक और डिप्टी लीटर नरेंद्र भोंडेकर ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा में भंडार सीट से विधायक चुना गया है.
वहीं भले ही इस सीट से विधायक चुना गया है. लेकिन मंत्रिमंडल में उन्हें शामिल नहीं किया गया. जिस कारण उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. अब इस बीच पार्टी में जारी खराब चीजों को लेकर कयास लगना शुरू हो चुके हैं.
पार्टी से थी नाराजगी
पार्टी ने उन्हें मंत्रीमंडल में जगह नहीं दी इस बात से विधायक काफी नाराज थे. उनके इस इस्तीफे का भी सीधा कारण इसी से जोड़ते हुए देखा जा रहा है. बता दें कि इस संबंध में उन्होंने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को चिट्ठी लिखी है. दरअसल नरेंद्र भोंडेकर का ऐसा मानना है कि उनकी मेहनत और पार्टी के प्रति उनके समर्पण को अहमियत नहीं दी गई. इसके चलते वे पार्टी से काफी नाराज थे.
39 विधायकों को किया गया शामिल
आपको बता दें कि रविवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में 39 विधायकों को शामिल किया गया. इनमें राज्य भारतीय जनता पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले भी हैं. वहीं महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में लगभग 10 प्रतिशत महिलाओं को जगह मिली हैं. 3 भाजपा से और 1 एनसीपी-अजित पवार से हैं. बता दें कि बीजेपी के पास गृह, राजस्व, शिक्षा, बिजली और सिंचाई सहित प्रमुख मंत्रालयों को बरकरार रखने की उम्मीद है, जबकि एनसीपी के पास वित्त, सहकारिता, कृषि और खेल जैसे मंत्रालयों को बरकरार रखने की संभावना है.
अजीत पवार गुट से इन विधायकों ने ली शपथ
अजीत पवार के नेतृत्व वाली NCP की ओर से कई विधायकों ने शपथ ली. इसमें हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, दत्ता मामा भरणे, अदिती तटकरे, माणिकराव कोकाटे, नरहरि जिरवाल, मकरंद पाटिल, बाबा साहेब पाटिल और इंद्रनील नाइक शामिल थे. जिन्हें मंत्री पद की शपथ दिलवाई गई. वहीं शिंदे गुट की अगर बात की जाए तो उनकी ओर से गुलाब राव पाटील, दादा भूसे, संजय राठौड़, उदय सामंत, शंभूराज देसाई, संजय शिरसाट, प्रताप सरनाईक, भरतसेठ गोगावले, प्रकाश आबितकर, आशीष जयसवाल और योगेश कदम को मंत्री पद की शपथ दिलवाई गई.