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'आज भारत वन नेशन वन सिविल कोड की तरफ बढ़ रहा', एकता दिवस के मौके पर पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 31 अक्टूबर को गुजरात के केवड़िया में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर 'राष्ट्रीय एकता दिवस' परेड में शामिल हुए. इस कार्यक्रम में उन्होंने भारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम के एयर शो का अवलोकन किया.

आज भारत वन नेशन वन सिविल कोड की तरफ बढ़ रहा, एकता दिवस के मौके पर पीएम मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 31 Oct 2024 10:53 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 31 अक्टूबर को गुजरात के केवड़िया में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के अवसर पर 'राष्ट्रीय एकता दिवस' परेड में शामिल हुए. इस कार्यक्रम में उन्होंने भारतीय वायु सेना की सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम के एयर शो का अवलोकन किया, जिसमें टीम ने शानदार प्रदर्शन किया और विभिन्न संरचनाओं में उड़ान भरी.

इस एकता दिवस परेड में नौ राज्यों, एक केंद्र शासित प्रदेश, चार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों, एनसीसी, और 16 मार्चिंग दलों ने भाग लिया। प्रमुख आकर्षणों में एनएसजी की हेल मार्च टुकड़ी, बीएसएफ और सीआरपीएफ की महिला-पुरुष बाइकर्स द्वारा साहसी शो, बीएसएफ द्वारा भारतीय मार्शल आर्ट का प्रदर्शन, स्कूली बच्चों का पाइप बैंड शो और भारतीय वायु सेना का 'सूर्यकिरण' फ्लाईपास्ट शामिल हैं. प्रधानमंत्री ने इस दौरान देश को संबोधित किया. आइए उनके संबोधन की 10 बड़ी बातें जानते हैं.



  1. एकता दिवस के मौक पर पीएम मोदी ने कहा कि 'मैं सत्यनिष्ठा से शपथ लेता हूं कि मैं राष्ट्र की एकता, अखंडता और सुरक्षा बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा. राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केवड़िया, गुजरात में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर लोगों को एकता की शपथ दिलाई. '
  2. उन्होंने कहा कि 'मैं 'राष्ट्रीय एकता दिवस' पर सभी देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं. इस बार का राष्ट्रीय एकता दिवस अद्भुत संयोग लेकर आया है. एक तरफ आज हम एकता का उत्सव मना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर दीपावली का पावन पर्व है.दीपावली दीपों के माध्यम से पूरे देश को जोड़ती है, पूरे देश को प्रकाशमय कर देती है. अब तो दीपावली का पर्व भारत को दुनिया से भी जोड़ रहा है. अनेक देशों में इसे राष्ट्रीय उत्सव की तरह मनाया जा रहा है. मैं देश और दुनिया में बसे सभी भारतीयों को दीपावली की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं.'
  3. पीएम मोदी ने कहा कि, 'जब भारत को आजादी मिली थी, तब दुनिया में कुछ लोग थे जो भारत के बिखरने का आकलन कर रहे थे. उन्हें जरा भी उम्मीद नहीं थी कि सैकड़ों रियासतों को जोड़ कर एक भारत का निर्माण हो पाएगा, लेकिन सरदार साहब ने ये करके दिखाया. ये इसलिए संभव हुआ क्योंकि सरदार साहब व्यवहार में यथार्थवादी, संकल्प में सत्यवादी, कार्य में मानवतावादी और ध्येय में राष्ट्रवादी थे.'
  4. नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'आज सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष की शुरुआत है और देश अगले दो वर्षों तक इस मील के पत्थर का जश्न मनाएगा. यह भारत के लिए उनके असाधारण योगदान के लिए एक श्रद्धांजलि है. यह अवधि उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के सम्मान से भरी होगी और सरकार की हर पहल और मिशन में राष्ट्रीय एकता परिलक्षित होगी.'
  5. आगे कहा कि 'बीते 10 वर्ष का कालखंड भारत की एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों से भरा रहा है. आज सरकार के हर काम, हर मिशन में राष्ट्रीय एकता की प्रतिबद्धता दिखती है.
  6. पीएम मोदी ने कहा कि 'सच्चे भारतीयों के रूप में, यह हमारा कर्तव्य है कि हम राष्ट्रीय एकता की दिशा में हर प्रयास को उत्साह और ऊर्जा के साथ मनाएं, नए संकल्पों, आशाओं और उत्साह को मजबूत करें. यही सच्चा उत्सव है! भारत की भाषाओं को बढ़ावा देकर हम एकता के बंधन को मजबूत करते हैं. नई शिक्षा नीति एक ज्वलंत उदाहरण है, जिसे देश ने गर्व से अपनाया है.'
  7. आगे कहा कि 'एक सच्चे भारतीय होने के नाते, हम सभी का कर्तव्य है कि हम देश की एकता के हर प्रयास को celebrate करें। उत्सव, उमंग से भर दें, ऊर्जा, आत्मविश्वास, हर पल नए संकल्प, नई उम्मीद, नई उमंग... यही तो celebration है. आगे कहा कि, विकास और विश्वास की एकता ही एक भारत-श्रेष्ठ भारत के निर्माण को गति देती है. हमारी हर योजना में, हमारी हर नीति में और हमारी नीयत में एकता हमारी प्राण शक्ति है। इसे देखकर सरदार साहब की आत्मा जहां भी होगी, हमें अवश्य ही आशीर्वाद देती ​होगी.

  8. पीएम मोदी ने कहा कि 'आज पूरे देश को खुशी है कि आजादी के सात दशक बाद देश में एक देश और एक संविधान का संकल्प भी पूरा हुआ है. सरदार साहब को मेरी ये सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है. 70 साल तक बाबा साहेब अंबेडकर का संविधान पूरे देश में लागू नहीं हुआ था. संविधान की माला जपने वालों ने संविधान का ऐसा घोर अपमान किया था. कारण था, जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद-370 की दीवार, अनुच्छेद-370 को हमेशा-हमेशा के लिए जमीन में गाड़ दिया गया है. पहली बार वहां इस विधानसभा चुनाव में बिना भेदभाव के मतदान किया गया.
  9. उन्होंने कहा कि 'पहली बार वहां के मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान की शपथ ली है. ये दृश्य भारत के संविधान निर्माताओं को अत्यंत संतोष देता होगा, उनकी आत्माओं को शांति मिलती होगी और ये संविधान निर्माताओं को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि है.
  10. दिवाली के दिन पीएम मोदी ने कहा कि 'एकता के इस मंत्र को हमें कभी भी कमजोर नहीं पड़ने देना है। हर झूठ का मुकाबला करना है, एकता के मंत्र को जीना है. ये एकता, तेज आर्थिक विकास के लिए, विकसित भारत बनाने के लिए, समृद्ध भारत बनाने के लिए जरूरी है. ये एकता, सामाजिक सद्भाव की जड़ी बुटी है. एकता बनाए रखना है. आइए, हम एक होकर एक साथ आगे बढ़ें.

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