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Maharashtra: सोलापुर वालों का 'बैलेट पेपर' चुनाव! ECI के नतीजों पर नहीं हुआ भरोसा

आज सोलापुर के मरकडवाडी में दोबारा से वोटिंग की जा रही है. चुनाव आयोग के नतीजों को चुनौती देते हुए आज बैलेट पेपर पर अनौपचारिक पुनर्मदान करवाया जा रहा है. एमवीए समर्थकों का मानना है कि आधिकारिक गिनती गलत है और वे वोटो का सही इस्तेमाल करना चाहते हैं. पहले यहां पर ईवीएम के जरिए मतदान हुए थे.

Maharashtra: सोलापुर वालों का बैलेट पेपर चुनाव! ECI के नतीजों पर नहीं हुआ भरोसा
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( Image Source:  Meta AI )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 28 Nov 2025 11:37 PM IST

Maharashtra News: महाराष्ट्र में हाला में विधानसभा चुनाव हुए. जिसमें महायुति को भारी बहुमत हासिल हुआ. चुनाव के नतीजे आने के बाद कई विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे. अब मंगलवार यानी आज सोलापुर के मरकडवाडी में दोबारा से वोटिंग की जा रही है.

जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग के नतीजों को चुनौती देते हुए आज बैलेट पेपर पर अनौपचारिक पुनर्मदान करवाया जा रहा है. एमवीए समर्थकों का मानना है कि आधिकारिक गिनती गलत है और वे वोटो का सही इस्तेमाल करना चाहते हैं. बता दें कि मरकडवाडी में ज्यादातर एमवीए समर्थक हैं. पहले यहां पर ईवीएम के जरिए मतदान हुए थे, लेकिन अब बैलेट पेपर से वोट डाले जा रहे हैं.

क्यों हो रही फिर से वोटिंग?

मरकडवाडी सोलापुर के मालशिरस विधानसभा क्षेत्र के अंदर आता है. जहां एनसीपी, के उत्तमराव जानकर ने भाजपा के पूर्व विधायक राम सातपुते को हराया. लेकिन एमवीए समर्थकों ने चुनाव आयोग के नतीजों पर सवाल उठाए. नतीजों में दिखाया गया कि भाजपा उम्मीदवार को बढ़त हासिल है. इसलिए फिर से वोटिंग कराई जा रही है. वहीं सोलापुर प्रशासन ने नोटिस जारी किया है कि ग्रामीण पुनर्मतदान से दूर रहें.

गांव के लोगों का दावा है कि उत्तमराव जानकर को हमारे गांव से बीजेपी उम्मीदवार के मुकाबले 80 फीसदी से ज्यादा वोट दिए गए. वहीं ईवीएम की वोटिंग के अनुसार उत्तमराव को सिर्फ 1,003 वोट मिले जबकि सतपुते को 843 वोट मिले. गांव वालों ने दावा कि किया सतपुते को उनके गांव से 100-150 वोट से ज्यादा मत नहीं मिले होंगे. अब इन्हीं दावों और नतीजों पर सवाल उठाने के कारण फिर से वोटिंग कराई जा रही है.

प्रशासन से मिला गांव का प्रतिनिधिमंडल

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गांव वालों ने ईवीएम नतीजों पर सवाल उठाए. गांव वालों ने जिला प्रशासन से मुलाकात भी की थी और दोबारा चुनाव की मांग की. हालांकि प्रशासन ने इस मांग को ठुकरा दिया था. ऐसे में गांव वालों से अपने स्तर पर वोटिंग कराने का फैसला किया. ग्रामीणों ने बैनर लगाए और दावा किया कि 3 दिसंबर को बैलेट पेपर से पुनर्मतदान किया जाएगा. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि मालशिरस के एसडीएम ने किसी भी संघर्ष से बचने के लिए इस इलाके में से 2 से 5 दिसंबर तक भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है.

रिटर्निंग ऑफिसर ने दी जानकारी

इस मामले पर मालशिरस सीट के रिटर्निंग ऑफिसर विजय पंगाकर ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 23 नवंबर को समाप्त हो गई थी. सभी 3 बूथों पर मतगणना प्रक्रिया पारदर्शी थी और डेटा में कोई गड़बड़ नहीं थी. गांव के बीजेपी समर्थकों ने एलान किया है कि वे इसमें हिस्सा नहीं लेंगे. ऐसा आरोप लगाया गया कि बैलेट पेपर पर मतदान का फैसला कुछ लोगों द्वारा लिया जा रहा है.

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