अभिजीत सरकार हत्याकांड: रंग लाई CBI की मेहनत, चार साल से फरार आरोपी को ढूंढ निकाला
2021 के पश्चिम बंगाल चुनाव बाद हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता अभिजीत सरकार हत्याकांड में सीबीआई ने बुधवार को एक और आरोपी को गिरफ्तार किया, जो तीन साल से फरार था. हाईकोर्ट के आदेश पर यह केस CBI को सौंपा गया था. आरोपी के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल की जा चुकी थी. 26 जून को गिरफ्तारी के बाद आरोपी को कोलकाता अदालत में पेश किया गया, जहां उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.

बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई (CBI) को एक बड़ी सफलता तब हाथ लग गई जब, कोलकाता के चर्चित अभिजीत सरकार हत्याकांड एक और आरोपी गिरफ्तार कर लिया. यह आरोपी साल 2021 से फरार चल रहा था. अभिजीत सरकार हत्याकांड की जांच सीबीआई को कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर 19 अगस्त 2021 को दी गई थी. इन तमाम तथ्यों की पुष्टि सीबीआई के नई दिल्ली में मौजूद मुख्यालय ने भी की है.
यहां जिक्र करना जरूरी है कि राज्य में हुए चुनाव के बाद अभिजीत सरकार की हत्या कर दी गई थी. चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल के कोलकाता सहित तमाम इलाकों में फैली हिंसा में, अभिजीत सरकार के अलावा 7 और लोगों को भी कत्ल कर डाला गया था. वह हिंसा चुनाव नतीजे आने के कुछ घंटों के अंदर ही भड़क गई थी. अभिजीत सरकार भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता थे. यह घटना साल 2021 के मध्य में घटी थी. कुछ वक्त तक कोलकाता पुलिस अभिजीत सरकार हत्याकांड की जांच के नाम पर लीपापोती करती रही थी.
अभिजीत सरकार के समर्थकों को सरकार पर नहीं था भरोसा
अभिजीत सरकार के समर्थकों का आरोप था कि उनके कत्ल में राज्य सरकार का हाथ है. ऐसे में भला कोलकाता पुलिस क्यों और कैसे राज्य सरकार के खिलाफ जाकर, अभिजीत सरकार हत्याकांड की सच्चाई बाहर लाने की कोशिश करेगी? ताकि षडयंत्रकारियों और हत्यारों को सजा हो सके. बाद में घटना की जांच कलकत्ता हाईकोर्ट ने सीबीआई के हवाले कर दी. कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर सीबीआई ने 25 अगस्त 2021 को मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी थी. हाईकोर्ट ने वह जांच सीबीआई को 19 अगस्त 2021 को सौंपी थी. उससे पहले यह केस कोलकाता के नर्केलडांगा थाने में मुकदमा (West Bengal Post Poll Violence 2021) अपराध संख्या 124/2021 पर (2 मई 2021) को दर्ज किया गया था. वही जांच बाद में राज्य के उच्च न्यायालय द्वारा सीबीआई के हवाले की गई थी.
20 आरोपियों के खिलाफ दाखिल हो चुका आरोप-पत्र
सीबीआई मुख्यालय के मुताबिक अभिजीत सरकार हत्याकांड में 30 सितंबर 2021 को 20 आरोपियों के खिलाफ आरोप-पत्र अदालत में दाखिल किया जा चुका है. उस आरोप-पत्र में अब गिरफ्तार किए गए आरोपी का भी नाम दर्ज है. गिरफ्तार आरोपी अभिजीत सरकार (Kolkata Abhijit Sarkar Murder) हत्याकांड में कभी भी पुलिस, सीबीआई के सामने या कोर्ट में पेश नहीं हुआ था. सीबीआई उसकी तलाश में तभी से भागदौड़ कर रही थी.
सीएम पर बीजेपी ने लगाए थे गंभीर आरोप
अब 26 जून 2025 को जब आरोपी गिरफ्तार हुआ, तो सीबीआई ने उसे कोलकाता नगर सत्र न्यायालय (मादक पदार्थ कानून पीठ-1)के सामने पेश किया. कोर्ट ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. बताना जरूरी है कि अभिजीत सरकार हत्याकांड को लेकर पश्चिम बंगाल में भारी शोर-शराबा मचा था. उस हत्याकांड के खिलाफ तब भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में सड़कों पर उतर आई थी. प्रदर्शनकारी और विरोध कर रहे भाजपाइयों का आरोप था कि, अभिजीत सरकार हत्याकांड में सीधे सीधे ममता बनर्जी और उनके गुर्गों का हाथ है. राज्य में अभिजीत सरकार हत्याकांड की जांच के मांग को लेकर, बदतर होती कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए हत्याकांड की जांच सीबीआई के हवाले की गई.