मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के रडार पर केरल के CM की बेटी T Veena, विवादों से रहा पुराना नाता; जानें कौन
Who Is Kerala CM Daughter Veena: केरल के पीएम की बेटी टी वीणा पर धोखाधड़ी का आरोप है. अब आईडी इस मामले की जांच कर सकती है. आरोप है कि उनकी ही कंपनी ने कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल LTD. से बिना किसी सेवा के 3 करोड़ रुपये हासिल किए हैं. आरोप है कि ये पैसे उन्होंने सीएमआरएल और एम्पावर इंडिया कैपिटल इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए भेजे हैं. जो कि उनके परिवार से जुड़ी है.

Who Is Kerala CM Daughter Veena: केरल की राजनीति में पिछले कुछ दिनों से काफी हंगामा देखने को मिल रहा है. राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की बेटी टी वीणा पर धोखाधड़ी के आरोप लगे हैं. वीणा पर आरोप है कि उन्होंने सीरियस फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन ऑफिस ने चार्जशीट में आरोपी बनाया. जिसके बाद से उनके खिलाफ जांच शुरू हो गई.
सीएम की बेटी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी ही कंपनी Exalogic Solutions ने कोचीन मिनरल्स एंड रूटाइल LTD. से बिना किसी सेवा के 3 करोड़ रुपये हासिल किए हैं. एक समझौते के तहत यह भुगतान किया गया. अब ऐसा कहा जा रहा है कि ईडी इस में जांच कर सकती है.
कौन है टी वीणा?
टी वीणा ने अपना करियर आईटी सेक्टर में बनाया. वह एक बिजनेस वूमेन हैं. सितंबर 2014 में वीणा ने बेंगलुरु स्थित आईटी कंपनी एक्सालॉजिक सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को फाउंड किया. वह एक डायरेक्टर की जिम्मेदारी निभाती हैं. इससे पहले वह आईटी इंडस्ट्री में काम कर चुकी हैं. उन्होंने तिरुवनंतपुरम में आईटी कंपनी आरपी टेकसॉफ्ट इंटरनेशनल के सीईओ के रूप में बी काम कर चुकी हैं. वीणा ने तमिलनाडु के एक प्राइवेट इंजीनियरंग कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्शन कमिशन (EC) की वेबसाइट पर हलफनामे में वीणा की आय 2016-17 में 8,25,708 रुपये बताई गई है, जो 2017-18 में बढ़कर 10,42,864 रुपये और 2020-21 में 29,94,521 रुपये हो गई.
वीणा पर लगा घोटाले का आरोप
साल 2020 में सोने की तस्करी कांज में मुख्य आरोपी स्वप्रा सुरेश ने आरोप लगाया कि वीणा एक पूरे मामले की मास्टमाइंड थी. जिसने यूएस-आधारित फर्म स्प्रिंकलर को कोविड संगरोध के तहत बिना परमिशन के केरल के लोगों का हेल्थ डेटा जमा करने दिया. इसके बाद से मामले से वीणा का नाम जोड़ा जाने लगा.
क्या है आरोप?
SFIO का दावा है कि जांच में पता चला कि वीणा की कंपनी को 2.7 करोड़ रुपये मिले हैं जबकि इसके बदले में उन्होंने कोई काम नहीं किया. आरोप है कि ये पैसे उन्होंने सीएमआरएल और एम्पावर इंडिया कैपिटल इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के जरिए भेजे हैं. जो कि उनके परिवार से जुड़ी है. पेमेंट का कोई सही कारण नहीं था. यह कॉर्पोरेट फ्राड कानून का उल्लंघन है.